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सम्पूर्ण गांधी वाङमय

 

दुर्घटनासे

दुर्घटनासे बहुत-से विचार पैदा होते हैं। डॉक्टर जेमिसनके साथ अन्य लोग भी मरे। कुछ लोग आहत हुए। तुलोंमें फ्रेंच युद्धपोत टूटा था। उसमें लगभग २०० व्यक्ति मरे थे। ऐसी घटनाएँ हमेशा हुआ करती हैं। लेकिन हम जिन्दगीके नशेमें इतने चूर हैं कि कुछ देख नहीं पाते। बचपन में सीख चुके हैं :

समझ समझ रे मनुष्य मनमें
मौत से डर
कालकी चिन्ता कर
क्योंकि तुझे जलकर खाक हो जाना है।

[१]

लेकिन इसका प्रभाव नहीं रहा। हम किसी भी कामका प्रारम्भ इस प्रकार करते हैं। मानो अमरपट्टा लिखवाकर आये हों; और चमड़ेकी बद्धीके लिए भैंसको मारते हैं। किन्तु गम्भीरतापूर्वक विचार करें और जरा शान्तिसे देखें तो हमें मालूम होगा कि परोपकारके सिवा सारे काम व्यर्थ हैं। जो मिनट, घण्टे या दिन हमारे लिए हों उनका उपयोग हम भला करने में, देश सेवा करने में और सत्यका निर्वाह करने में लगायें तो फिर हमें मौतकी चपेटका डर नहीं। समुद्र में गहरा गोता लगाकर मोती लाना गोताखोरोंका काम है। उसी प्रकार दुनियारूपी समुद्र में से मोती जैसे कामोंकी ही खोज करना बहादुरोंका काम है। हम औरतका काम करके मर्द नहीं रह सकते। लॉर्ड सेल्बोर्नने हमें ताना मारा है कि हम इतने हलके दर्जें के हैं कि हमें जरा भी कुछ होता है तो हम अधिकारीको रिश्वत देनेका विचार करने लगते हैं। हममें सच्चा जोश हो तभी हम इस आरोपका खण्डन कर सकते हैं।

अँगुलियोंकी छाप देना

मैं लिख चुका हूँ[२] कि यह काम रस्टनबर्गसे शुरू हुआ है। अब संघ के पास रस्टनबर्गकी सभाका पत्र आया है। उसमें लिखा है कि जिसपर लोगोंकी अँगुलियाँ लगाई गई थीं वह कागज सभाका पत्र पानेपर जला दिया गया है। इसके लिए रस्टनबर्ग धन्यवादका पात्र है। दूसरी जगहोंके भारतीयोंको सावधान रहना है कि वे दस अँगुलियाँ कभी न लगायें।

फीडडॉर्प अध्यादेश

इस अध्यादेशको पहली जुलाईसे लागू करने की सूचना जोहानिसबर्ग नगरपालिकाने दी है। इस बीच दक्षिण आफ्रिकी ब्रिटिश भारतीय समिति हरजाना दिलानेकी तजवीज कर रही है।

मलायी बस्ती

मलायी बस्ती जोहानिसबर्ग नगरपालिकाको सौंपने के सम्बन्ध में सरकारने लिखा है कि नगर परिषद द्वारा अमुक शर्तोंके स्वीकार किये जानेपर तुरन्त ही स्थायी पट्टा दे दिया

  1. समज समज मन मानवी
    भोत तणो भय राख।
    काल विषे कर काळजी
    थयुं बळी ने खाख॥

  2. देखिए "जोहानिसबर्गकी चिट्ठी", पृष्ठ ३७९-८१।