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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय
दिसम्बर २३ : गांधीजीका ब्रिटिश भारतीय संघकी बैठक में भाषण। जोहानिसबर्ग में उनको और अलीको मानपत्र।
दिसम्बर २५ : प्रिटोरिया, बॉक्सवर्ग और जस्टिनके द्वारा गांधीजी और अलीको मानपत्र।
दिसम्बर २६ : डर्बनमें स्वागत; गांधीजी द्वारा ऐक्यकी और संघर्ष जारी रखनेकी अपील। भारतमें दादाभाई नौरोजी द्वारा 'स्वराज्य' कांग्रेसका लक्ष्य घोषित। वन्दे मातरम् गीतका कांग्रेस अधिवेशनमें प्रथम बार गायन।
दिसम्बर २७ : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसने प्रस्ताव द्वारा यह "गम्भीर आशंका" प्रकट की कि यदि साम्राज्य सरकार दृढ़तापूर्वक संरक्षण न देगी तो ट्रान्सवालमें स्वशासन मिलते ही अध्यादेशकी नीतियोंका "अमलमें लाया जाना लगभग निश्चित" है।


दिसम्बर २९ : वेरुलमके भारतीय समाज द्वारा शिष्टमण्डलका स्वागत।

१९०७

जनवरी १ : नेटाल भारतीय कांग्रेस द्वारा डर्बनमें स्वागत। गांधीजी द्वारा संगठित कार्रवाईकी अपील
जनवरी २ : फीनिक्स गये। गांधीजी और अलीने इंग्लैंडमें शिष्टमण्डलके कामका विवरण सुनाया।
जनवरी ३ : डर्बनमें मुस्लिम संघकी बैठक, गांधीजीकी एकता और सहयोगकी अपील। नेटाल भारतीय कांग्रेसकी सभामें भाषण।
जनवरी ५ : गांधीजी और अलीको डर्बनमें नेटाल भारतीय कांग्रेसकी ओरसे बुलाई गई सभा में मानपत्र।
जनवरी १२ के पूर्व : गांधीजीने 'आउटलुक' को इस बातपर जोर देते हुए लिखा कि भारतीय नागरिक अधिकार चाहते हैं; राजनीतिक सत्ता नहीं।
साम्राज्यीय सरकार द्वारा फ्रीडडॉर्प बाड़ा अध्यादेशपर स्वीकृति।
फरवरी १५ : गांधीजीने कुवाड़ियाके नाबालिग पुत्रकी ओरसे अनुमतिपत्रके मामलेमें पैरवी की और उसको बरी करा दिया।
फरवरी १८ : चर्चिलने लोकसभाको बताया कि नेटाल सरकारको एशियाइयोंको व्यापारिक परवाने न देनेके सम्बन्धमें कानून बनानेकी मंजूरी देनेसे इनकार कर दिया गया है और उपनिवेश कार्यालय १८९७ के कानूनके सम्बन्धमें नेटाल सरकारसे लिखा-पढ़ी कर रहा है।
फरवरी १९ : चचिलने संसदमें घोषणा की कि फ्रीडडॉ बाड़ा अध्यादेशके अन्तर्गत बेदखल किये गये भारतीयोंको हर्जाना देनेके सम्बन्धमें उपनिवेश कार्यालय और ट्रान्सवाल सरकारके बीच बातचीत चल रही है।
मार्च २ : एशियाई पंजीयकके सम्मुख पुलिस द्वारा अँगुलियोंकी निशानियाँ लेनेके विरुद्ध ब्रिटिश भारतीय संघकी आपत्ति।
मार्च ८ के पूर्व : गांधीजी फोक्सरस्ट गये।
मार्च १० : ब्रिटिश भारतीय संघ और भारतीय विरोधी कानून-निधि समितिकी बैठकोंमें भाग।


मार्च ११ : ब्रिटिश भारतीयोंकी आम सभामें सम्मिलित हुए।
मार्च १९ : एशियाई कानून संशोधन विधेयक 'गज़ट' में प्रकाशित।
मार्च २२ : एशियाई कानून संशोधन विधेयक ट्रान्सवाल संसदमें स्वीकृत