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पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 7.pdf/५५९

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तारीखवार जीवन-वृत्तान्त
दिसम्बर १५: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में भाषण दिया।
दिसम्बर २०: स्टैंडर्टनके भारतीय कर्मचारियोंके सम्बन्धमें मध्य दक्षिण आफ्रिका रेलवेके मुख्य प्रबन्धकको टेलीफोन किया।
दिसम्बर २२: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में भाषण दिया।
दिसम्बर २३: भारतमें ढाकाके भूतपूर्व जिला मजिस्ट्रेट श्री एलेनपर ढाका और कलकत्ताके बीच एक रेलवे स्टेशनपर गोली चलाई गई।
दिसम्बर २६: जनरल स्मट्सने गांधीजी और अन्य धरनेदारोंपर मुकदमे चलानेका निर्णय किया।
सूरतमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसका अधिवेशन प्रारम्भ हुआ। नर्मदल और गर्मदल अलग-अलग हो गये।
दिसम्बर २७: ट्रान्सवाल प्रवासी अधिनियमपर सम्राट्की स्वीकृति 'गजट' में घोषित की गई। गांधीजी ट्रान्सवालके कार्यवाहक पुलिस कमिश्नर से मिले और उसने उन्हें सूचित किया कि उनको और दूसरे धरनेदारोंको गिरफ्तार करनेकी आज्ञा दी गई है। बादमें जोहानिसबर्गमें सार्वजनिक सभामें भाषण दिया और 'स्टार' के संवाददाताको मुलाकात दी।
दिसम्बर २८: अपनी पैरवी खुद की और धरनेदारोंकी ओरसे पेश हुए; ४८ घंटेमें ट्रान्सवालसे चले जानेकी आज्ञा दी गई। बादमें गवर्नमेंट स्क्वेयरकी सभा में भाषण दिया।
दिसम्बर ३०: जोहानिसबर्ग में चीनी संघकी सभा में भाषण दिया। रायटरके प्रतिनिधिको मुलाकात दी।
प्रिटोरियाकी सार्वजनिक सभामें भाषण दिया।
दिसम्बर ३: गांधीजीको सूचना दी गई कि जबतक आगे निर्देश न दिया जाये, उनको न्यायालय में आनेकी आवश्यकता नहीं है।

यरोपीय मित्रोंने उनसे भेंट की और उनके साथ सहानुभूति प्रकट की।

गांधीजीने भारतीयोंकी सार्वजनिक सभामें भाषण दिया।