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सम्पूर्ण गांधी वाङ्मय
नवम्बर ११: गांधीजीने जर्मस्टनमें गिरफ्तार किये गये पहले भारतीय रामसुन्दर पण्डितकी पैरवी की।
पण्डितजीकी रिहाईके बाद की गई सभामें भाषण दिया।
नवम्बर १३: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में भाषण दिया।
नवम्बर १४: जर्मिस्टनमें रामसुन्दर पण्डितके, जिन्हें एक महीनेकी कैदकी सजा दी गई थी, मुकदमे में पैरवी की।
ट्रान्सवालमें हड़ताल की गई।
ट्रान्सवालमें हड़ताल की गई।
नवम्बर १५: प्रिटोरियामें धरनेदारोंके मुकदमे में पैरवी की; 'इंडियन ओपिनियन'को रामसुन्दर पण्डितके सम्बन्धमें पत्र लिखा।
नवम्बर १७: जोहानिसबर्ग जेलमें रामसुन्दर पण्डितसे मिले; हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभामें भाषण दिया।
नवम्बर १८: भारतमें लाला लाजपतराय रिहा किये गये।
नवम्बर १९: गांधीजीने जर्मिस्टनमें शाहजी साहब और अन्योंके मुकदमे में पैरवी की।
नवम्बर २१ : मणिलाल गांधीको 'रामायण' और 'गीता' भेजी।
नवम्बर २२: गोपालकृष्ण गोखलेको पत्र लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसके अगले अधिवेशनमें हिन्दू-मुस्लिम एकतापर विशेष जोर दिया जाये।
नवम्बर २४: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में बोले।
सोसायटी हालमें कोंकणियोंकी सभा हुई।
सोसायटी हालमें कोंकणियोंकी सभा हुई।
नवम्बर २७: चीनी संघकी सभा में भाषण दिया।
नवम्बर ३०: पंजीयनकी अन्तिम तारीख: १३,००० भारतीयों में से केवल ५११ ने पंजीयन कराया।
इस महीने में पहली बार संघर्षको 'सत्याग्रह' का नाम दिया गया।
इस महीने में पहली बार संघर्षको 'सत्याग्रह' का नाम दिया गया।
दिसम्बर १: गांधीजी जेलमें रामसुन्दर पण्डितसे मिले।
दिसम्बर ३: विलियम हॉस्केनका यह सन्देश मिला कि एशियाई कानून संशोधन विधेयकके सम्बन्धमें उच्चायुक्तसे मिलें। उच्चायुक्तको पत्र द्वारा सुझाव दिया कि चोरीसे भारतीयोंके प्रवेशके आरोपकी जाँच करनेके लिए न्यायाधीशकी नियुक्ति की जाये।
दिसम्बर ६: मुहम्मद इशाकके मुकदमे में पेश हुए।
भारतमें आतंकवादियोंने मिदनापुर (बंगाल) में लेफ्टिनेन्ट गवर्नरकी गाड़ीको उड़ानेका प्रयत्न किया।
भारतमें आतंकवादियोंने मिदनापुर (बंगाल) में लेफ्टिनेन्ट गवर्नरकी गाड़ीको उड़ानेका प्रयत्न किया।
दिसम्बर ७ से पूर्व: गांधीजीने उच्चायुक्तको पंजाबियों, पठानों और सिखोंका प्रार्थनापत्र भेजा।
दिसम्बर ८: हमीदिया इस्लामिया अंजुमनकी सभा में भाषण दिया।
दिसम्बर ९: फोक्सरस्टमें ३८ भारतीयोंके मुकदमेकी पैरवी की।
दिसम्बर ११: मुहम्मद इशाककी पैरवी की। फलस्वरूप वे बरी कर दिये गये।
दिसम्बर १२: भारतीयोंपर मुकदमे चलानेके बारेमें 'इंडियन ओपिनियन'में लिखा।
दिसम्बर १३: रामसुन्दर पण्डितके जेलसे रिहा होनेपर उनके स्वागत समारोहमें भाग लिया;
बादमें सभामें भाषण।
बादमें सभामें भाषण।