पृष्ठ:सम्पूर्ण गाँधी वांग्मय Sampurna Gandhi, vol. 9.pdf/६४७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।

 

सामग्रीके साधन सूत्र

'बापूना बाने पत्रो': १९४८ में फीनिक्सके इन्टरनेशनल प्रिंटिंग प्रेस द्वारा प्रकाशित।

'केप टाइम्स': केपसे प्रकाशित दैनिक पत्र।

कलोनियल ऑफ़िस रेकर्ड्स: उपनिवेश कार्यालय, लन्दनके पुस्तकालयमें सुरक्षित कागजात; देखिए खण्ड १, पृष्ठ ३५९।

'इजिप्टनो उद्धारक अथवा मुस्तफा कामेल पाशानुं जीवनचरित्र तथा बीजा लेखो ': गांधी साहित्य मंदिर, सूरत द्वारा १९२२ में प्रकाशित।

गांधी स्मारक, नई दिल्ली: गांधीजी-सम्बन्धी साहित्य और कागजातका केन्द्रीय संग्रहालय तथा पुस्तकालय, देखिए खण्ड १, पृष्ठ ३५९।

'गांधीजीना पत्रो': डाह्याभाई पटेल द्वारा सम्पादित; सेवक कार्यालय, अहमदाबाद, १९२१।

'गांधीजीनी साधना": रावजीभाई पटेल, नवजीवन प्रकाशन, अहमदाबाद, १९३९।

गवर्नर्स फाइल: प्रिटोरिया आर्काइव्ज, प्रिटोरियामें दक्षिण आफ्रिकाकी सरकारके कागजात।

'गुजराती': बम्बईसे गुजराती और अंग्रेजीमें प्रकाशित साप्ताहिक पत्र।

'इंडिया' (१८९०-१९२१): भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसकी ब्रिटिश समिति, लन्दन द्वारा हर शुक्रवारको प्रकाशित पत्र; देखिए खण्ड २, पृष्ठ ४१०।

इंडिया ऑफ़िस रेकर्ड्स: भूतपूर्व इंडिया ऑफ़िसके पुस्तकालयमें सुरक्षित भारतीय मामलों से सम्बन्धित कागजात और प्रलेख, जिनका सम्बन्ध भारत-मन्त्रीसे था।

'इंडियन ओपिनियन' (१९०३-६१): हर शनिवारको प्रकाशित होनेवाला साप्ताहिक पत्र, जिसका प्रकाशन डर्बनमें आरम्भ किया गया, किन्तु जो बादमें फीनिक्स ले जाया गया था। इसके पहले चार विभाग थे—अंग्रेजी, गुजराती, हिन्दी और तमिल, बादमें हिन्दी और तमिल विभाग बन्द कर दिये गये थे।

'जीवननुं परोढ' : प्रभुदास गांधी, नवजीवन प्रकाशन, अहमदाबाद, १९४८।

'महात्मा' : मोहनदास करमचन्द गांधीका जीवन चरित्र, डी॰ वी॰ तेंडुलकर; झवेरी और तेंडुलकर, बम्बई, १९५१-५४; आठ खण्ड।

'एम० के॰ गांधी : ऐन इंडियन पेट्रिअट इन साउथ आफ्रिका, (मो॰ क॰ गांधी : दक्षिण आफ्रिकामें एक भारतीय देशभक्त): जे॰ जे॰ डोक; अखिल भारत सर्व सेवा संघ, वाराणसी, १९५६।

'एम० के० गांधी ऐंड साउथ आफ्रिकन इंडियन प्रॉब्लम' (मो॰ क॰ गांधी और दक्षिण आफ्रिकाकी भारतीय समस्या): डॉ॰ प्रा॰ जी॰ मेहता, नटेसन ऐंड कम्पनी, मद्रास।

'नेटाल मर्क्युरी' (१८५२): डर्बनका दैनिक पत्र।

प्रिटोरिया आर्काइव्ज़ : प्रिटोरियामें दक्षिण आफ्रिकी सरकारके कागजात। इसमें प्रधानमन्त्री और ट्रान्सवाल-गवर्नरके अभिलेख-संग्रह भी हैं।

९-३९