पृष्ठ:साम्प्रदायिकता.pdf/६५

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11. मुसलमान, अम्बेडकरवादी और बौद्ध समाज को भड़काकर आपस में दंगा करवाने के लिए शहर के गुण्डों, पुलिस और हथियारबंद दलों की मदद लें । 12. दंगों के दौरान पैमाने पर मुसलमानों, गैर सवर्ण हिन्दुओं की औरतों पर सामूहिक बलात्कार करवाया जाये, जान पहचान या दोस्तीवाले लोग इस कार्य में अवरोध न बनें। इस मामले में न सूरतकाण्ड को नमूना मानकर चलें । 13. गैर हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों से लगी जमीनों पर देव प्रतिमा स्थापित करने का कार्यक्रम पूर्ववत जारी रखें। मदद के लिए मुख्यालय से संपर्क करें। पुराने चर्च, मस्जिद अथवा स्तूप के स्थान पर पूर्व हिन्दू मंदिर होने का दावा करने वाला साहित्य तैयार किया जाये । 14. तीव्रगति से मुसलमान-बौद्ध विरोधी साहित्य प्रकाशित किया जाये । सम्राट अशोक बौद्ध नहीं था। यह साबित करने वाला साहित्य तैयार करके प्रकाशित किया जाये । 15. हिन्दुत्व और ब्राह्मणविरोधी दलित साहित्य, अम्बेडकरी साहित्य और साम्यवादी साहित्य नष्ट करने की कोशिश की जाये। स्वयं लिखा गया अम्बेडकरी विचार और साहित्य ही गैर सवर्ण और पिछड़े लोगों में प्रसारित किया जाये । 16. सुनियोजित तरीके से अनुसूचित जाति, जनजाति का बैकलाग पूरा न होने दिया जाये। 17. राम के स्टिकर, कैलेण्डर, पैम्पलैट बड़े पैमाने पर तैयार करके वितरित किए जाएं। रामकथा और अखण्ड कीर्तनों का आयोजन और तेज गति से किया जाये। 18. गैर सवर्ण और पिछड़ी जातियों में अंधविश्वास और अंधश्रद्धा फैलाने की ओर विशेष ध्यान दें । इस कार्य में पहले की ही तरह बाबाओं और साधुओं-महाराजाओं की मदद ली जाये। 19. जैन, बौद्ध और सिखों को हिन्दू बताने का कार्य पूर्ववत चालू रखा जाये। जैन मंदिरों में ज्यादा से ज्यादा राम भक्ति, श्रीराम पूजा करवाई जाये और प्रगति की जानकारी मुख्यालय को दी जाये। 20. कम्युनिस्ट, गैर सवर्णों और शूद्रों पर पूर्ववत हमले जारी रखे जाएं। 21. मण्डलविरोधी आंदोलन शुरू रहने दिया जाये । 22. गैर सवर्णों, पिछड़ों की विभिन्न जातियों को परस्पर भड़काकर लड़ाने के लिए कूटनीति से काम लिया जाए। 66 / साम्प्रदायिकता