सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:साहित्यालोचन.pdf/२९३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२५२ साहित्यालोचन विवरण जानने के लिये लक्षण-अंगों का सहारा लेना चाहिए, क्योंकि इस प्रकार की बाते बताना हमारे उद्देश्य के बाहर है। अंत में हम इतना ही कहना यथेष्ट समझते हैं कि नाटक लिखना सहज नहीं है और इसके लिय बहुन कुछ विया, बुद्धि, ज्ञान मथा रखमा-कौशल की आवश्यकता होती है।