पृष्ठ:सितार-मालिका.pdf/६५

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४४ सितार मालिका सा रे ग ग रे सा, रे ग म म ग रे, ग म प प म प, ग म प ग म, रे ग म ग रेग, सा रे ग सारे, नि सा रे नि सा, ध नि सा, रे ग म, ग, रे, सा। यदि आप इस प्रकार मेल बनाने का क्रम समझ गये तो आप भी चाहे जब तक इन्हीं स्वरों को भिन्न-भिन्न रूप से मिलाते रहिये। अब इन्हीं स्वरों में क्रम से 'ध' 'नि' और 'सा' को और मिला कर, चाहे जितने मेल बनाइये। बस ध्यान यही रखिये कि 'म' वर अन्य स्वरों की अपेक्षा अधिक प्रयुक्त होना चाहिये। मैं आशा करता हूँ कि विद्यार्थी अब रागों के स्वर विस्तार स्वयं भली प्रकार कर लेंगे। मालकोष-- आइये अब एक राग औडव-औडव जाति का और ले लें। उदाहरण के लिये मालकोष लेते हैं। इस राग में भी समस्त स्वर कोमल लगते हैं। 'रेप' वर्जित हैं । वादी मध्यम संवादी षड्ज है। मुख्यांग:-ध नि सा, म, गुम गुसा है। अब देखिये इस राग का स्वर विस्तार करने के लिये पहिले केवल 'स ग म' तीन स्वरों को ही लेते हैं। जैसे:-सा ग म, म ग म, ग ग म, सा ग ग म, सा म ग म, म ग, गगम, सा ग ग सा म म, मगग, ग मम, मग,ग सा, साग, ग म, मग, सा, सा सा सा ग ग ग, म । इसमें 'म' स्वर को ही प्रधान रखने का ध्यान रखा गया है। अब इन्हीं स्वरों को क्रम से नि, और म से मिलायेंगे। पहिले नि स्वर के साथ राग की बढ़त देखिये। सा नि सा, ग सा नि सा, ग म ग सा नि सा, म ग ग सा नि सा, नि सा, सा ग, नि सा, मग नि सा, म म ग म म ग सा नि सा। इस प्रकार आप जो भी मेल समाप्त करें, उस के अंत में नि सा जोड़ते चलिये । जब 'नि सा' के मेल समाप्त करलें तो धैवत भी जोड़ लीजिये। जैसे, सा, ध, सा, ध नि सा, म नि सा ध नि सा. ध नि ध सा नि सा, ध नि सा, म, म म म (चूंकि वादी स्वर बहुत देर से नहीं लगाया था, अब उसे एक दम तीन-चार बार लेकर स्पष्ट कर दिया गया है । अब उसे फिर कुछ काल के लिये छोड़ कर अन्य स्त्ररों को हो लेते हैं) ग म म, ग सा नि सा, ध, नि, ५ सा नि, ध नि सा नि, सा ग सा नि सा ध नि सा नि, सा नि ध ध नि, . ध सा नि सा नि ध ध नि सा गऽग, सा, नि सा, ध नि सा, ग. म, म म म ( अब फिर वादी स्वर को स्पष्ट कर दिया।) इस स्वर विस्तार का अंत करने के लिये कुछ स्वर और जोड़ कर, ‘सा सा सा ग ग ग म जोड़ दिया। यहां अंतिम 'म' पर जोर से मिज़राब लगायेंगे। जैसे, ग म, 7 सा, नि साध नि, सा ग म, मग सा, सा सा सा ग ग ग, म । अब इन्हीं स्वर-विस्तारों को क्रम से राग में अन्य लगने वाले स्वरों के आधार से देखिये । जैसे, सागम, मगसानि, ध, म, मनि, ध, धनिसानि, मध, मनि, मसानि, धनिसा, धमगुसा, निधम, मध, धनिनि, निसासा, सागग, गुमम, मध, धृनि, निसा,