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पृष्ठ:सौ अजान और एक सुजान.djvu/१३४

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टिप्पणी-सहित कठिन-शब्दार्थ-सूची

हुस्नपरस्त—सौंदर्योपासक।
वयक्रम—उम्र।
संजीदगी—गांभीर्य।
शऊर—सलीक़ा।
अलकावली—छल्लेदार बाल।

विकसित-पुंडरीक-नेत्र—खिले हुए कमल-समान नेत्र।
"यह अपने…कर रही थी"—उपमा अलं॰।
कोकिलकंठी—कोयल समान शब्दवाली।
मुश्ताक़—इच्छुक।

 

बारहवाँ प्रस्ताव

नेचरिये—(अंग॰ Nature) नास्तिक, जो ईश्वर को न मानकर केवल प्रकृति या नेचर ही को संसार का कर्ता-धर्ता मानते हैं।
हाफकास्ट—(अँग॰-शब्द) केरानी, यूरेशियन, दोग़ले।
कुम्मेद—(तुर्की कुमैत) वह घोड़ा, जिसका रंग स्याही लिए लाल हो। इस रंग का घोड़ा बहुत मज़बूत और तेज़ होता है।
आठो गाँठ कुम्मैद—अत्यंत चतुर, छटा हुआ, चालाक, धूर्त्त।
सरिश्ते—विभाग।
तदीही—सख़्ती, सज़ा।

बर्क—चतुर, चमकीला।
बेलौस—पक्षपात-रहित।
तर्रार—चालाक।
लियाकत में ख़ाम—बुद्धि में कमी।
दामनगीर—संलग्न।
तुहफ़े—नज़र, भेट, सौग़ात।
गौं—(सं॰ गम्य) घात, दाँव, मतलब।
गुर्गा—(सं॰ गुरुग) गुरु का अनुगामी, जासूस, दूत।
मरदूद—जड़-बुद्धि; मूर्ख।
उपासनाकांड—आराधना, पूजा।
दारमदार—निर्भर।
गुट्ट—(सं॰ गोष्टी) समूह; झुंड, दल।