पृष्ठ:सौ अजान और एक सुजान.djvu/१३८

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टिप्पणी-सहित कठिन-शब्दार्थ-सूची १३७ इक्कीसवॉ प्रस्ताव वानीमुबानी-जड जसाने- तौहीन-अपमान । वाला। वाईसवाँ प्रस्ताव तजवीज- फा०-शब्द ) राय, | कातिव-( अ० . शब्द ) फैसला। लेखक । तेईसवाँ प्रस्ताव यत्रास्ते.. तदपि मृत्यवे-मिलावट है, उससे भी मृत्यु जिस अमृत में विप की कुछ भी । ही होती है ।