पृष्ठ:स्त्रियों की पराधीनता.djvu/२०१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
( १८० )


की योग्यता उन में नहीं होती। इस गुण में सम्पूर्ण स्त्री-वर्ग और स्त्रियों के समान स्वभाव वाले कितने ही पुरुष-अन्य पुरुषों से विशेष हैं। जिन पुरुषों में यह गुण नहीं होता, उनकी अन्य शक्तियाँ चाहे जैसी अपूर्व या अलौकिक हो, पर उन पर पूरा कब्जा तो थोड़े अनुभव के बाद ही कर सकते हैं। जिन बातों के विषय में वे पूरी जानकारी रखते हैं उन बातों के विषय में भी सच्चे और बुद्धिमत्ता से भरे हुए निर्णय पर पहुँचने में उन्हें अधिक समय लगता है। किसी काम को झटपट कर डालने की आदत उन में एक अर्से के बाद और लम्बे प्रयास के अन्त में आती है।

११-अब सम्भवतः बहुतों का यह प्रश्न होगा कि, स्त्रियों के हृदय कोमल और तात्कालिक घटना की ओर विशेष झुकने वाले होते हैं-इसलिए स्वाभाविक रीति से घरेलू काम-काजों को छोड़ कर बाक़ी के लिए वे अयोग्य है। उनके मन बहुत चञ्चल होते हैं, उनके निश्चय घड़ी-घड़ी में बदलते हैं, जो बात उनके मन में जम जाती है उस पर हठ किये रहती है-निश्चय-पूर्व्वक किसी काम को पकड़ने की दृढ़ता उन में नहीं होती, उनकी बुद्धि के अस्थिर होने के कारण उनकी मानसिक शक्ति के व्यापार अनिश्चित और अस्थिर होते है। जब बड़ी-बड़ी ज़िम्मेदारियों और महत्त्व के कामों के अयोग्य स्त्रियों को बताया जाता है, और उनकी अयोग्यता सिद्ध करने के लिए कारण दिये जाते है-तब वे ऐसे ही होते है जैसे हम