पृष्ठ:स्त्रियों की पराधीनता.djvu/२३०

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साहित्य ग्रीक लोगों के साहित्य का नमूना है, इसका कारण क्या है? कारण यही है कि, ग्रीक लोग रोमन लोगों से पहले सुधरे थे। यदि स्त्रियाँ एक न्यारी ही दुनियाँ में रहती होतीं और पुरुषों के हाथ की लिखी एक पुस्तक भी उन्होंने न पढ़ी होती तो इसमें सन्देह नहीं कि, उनका साहित्य और ही तरह का होता। किन्तु यह बात तो हो नहीं सकती थी, और स्त्रियों की प्रवृत्ति जिस समय साहित्य की ओर हुई उस समय पुरुषों का साहित्य बहुत उच्च हो चुका था, इसलिए स्त्रियाँ भिन्न प्रकार का साहित्य न बना सकीं। यदि प्राचीन शिल्पकला का ज्ञान नष्टप्राय न हो गया होता, और प्राचीन शिल्प का उद्धार (Renaissance) गोथिक पद्धति से मन्दिर बनाने के पूर्व प्रारम्भ हो गया होता, तो आज जिस प्रकार के गिर्जे दीखते हैं ये किसी और ही ढँग के होते। यह हमारे अनुभव में आई हुई बात है कि फ्रान्स, इटली में प्राचीन लेखन-पद्धति के अनुकरण की प्रथा प्रचलित हो जाने के कारण, वहाँ के लोगों की प्रारम्भ की हुई स्वतन्त्र पद्धति का विकाश रुक गया था। जो जो स्त्रियाँ ग्रन्थ लेखन का काम करती हैं, वे सब बड़े-बड़े पुरुष-ग्रन्थकारों की शिष्या हैं। योरप के सुप्रसिद्ध चित्रकार राफल के प्रारम्भिक दशा के सब चित्र उसके गुरु की

निश्चित प्रणाली पर ही बनाये गये हैं। मोज़ार्ट के समान अलौकिक संगीतशास्त्री के प्रारम्भिक दशा के गायन भी उसकी विलक्षण प्रतिभाशक्ति से बहुत कुछ उतरते हुए हैं। एक

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