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पृष्ठ:हड़ताल.djvu/१०२

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अङ्क २]
[दृश्य १
हड़ताल

मिसेज़ यो

[उठकर उसे हाथ का सहारा देती हुई]

आओ अम्मा, मेरा हाथ पकड़ लो। यही तो हम सब की गति होगी।

मिसेज़ राउस

[हाथ पकड़ कर]

अच्छा खुश रहो बेटियो।

[दोनों चली जाती हैं, पीछे मिसेज़ बल्जिन भी जाती है।]

मैज

[अब तक चुप रहने के बाद बोलती है]

देखा एनी! मैंने जॉर्ज राउस से कहा-जब तक यह हड़ताल बन्द न हो जाय मेरे पीछे न पड़ो। तुम्हें शर्म नहीं आती कि तुम्हारी माँ मर रही है और घर में लकड़ी का नाम नहीं। हम चाहे भूखों मर ही जायँ लेकिन तुम्हें तम्बाकू पीने को चाहिए। उसने कहा-मैज, मैं क़सम खाता हूँ कि इन तीन हफ़्तों से न तम्बाकू की सूरत देखी न शराब की।

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