पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२१३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
अङ्क ३]
[दृश्य १
हड़ताल

सामने पत्थर की दीवार आ जाय तो वह उस से सिर नहीं टकराता, उस के ऊपर से होकर निकल जाता है।" इस पर वह बोले, "तुम अपने मालिक को यह सलाह क्यों नहीं देते?"

[फ्रॉस्ट अपने नहों की ओर ताकता है]

बस इतनी बात हुई, हुज़ूर! मैं ने आज मिस्टर ऐंथ्वनी से कहा, "ज़रा सी बात के लिये आप क्यों जान खपाते हैं?" तो मुझ से बोले, "बक-बक मत करो, फ्रॉस्ट, जो तुम्हारा काम है वह करो, या एक महीने की नोटिस लो।" इन बातों के लिए क्षमा कीजिएगा, हुज़ूर।

एनिड

[दुहरे दरवाज़ों के पास जाकर और कान लगा कर]

क्यों, फ्रॉस्ट, तुम रॉबर्ट को जानते हो?

फ्रॉस्ट

हाँ हुज़ूर, उस की बातों से तो कुछ नहीं मालूम होता लेकिन उस की सूरत देखकर हम कह सकते हैं कि वह कैसा आदमी है।

२०४