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पृष्ठ:हड़ताल.djvu/२४९

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अङ्क ३]
[दृश्य १
हड़ताल


अच्छे दिन भी देखे और बुरे दिन भी। इसके साथ मेरा सम्बन्ध उस साल शुरू हुआ जब यह युवक पैदा हुआ।

[एडगार सिर झुकाता है ऐंथ्वनी अपनी कुर्सी को पकड़ कर फिर कहना शुरू करता है]

मैं ५० साल से मजूरों के साथ व्यवहार कर रहा हूँ। मैंने हमेशा उन्हें ठोकर मारी है। खुद कभी ठोकर नहीं इस कम्पनी के मजूरों से चार बार भिड़ चुका हूँ और चारों ही बार मैंने उन्हें नीचा दिखाया है। लोग कहते हैं मुझमें पहला सा दम दावा नहीं है।

[वाइल्डर की ओर ताकता है]

कुछ भी हो, मुझमें अब भी अपनी तोपों के पास डटे रहने की हिम्मत है।

[उसका स्वर और ऊँचा हो जाता है, दुहरे दरवाजे खुलते हैं और एनिड पाती है। अन्डखुड उसको रोकता हुआ पीछे-पीछे आता है।

मजदूरों के साथ हमने न्याय का व्यवहार किया है। उनको ठीक मजदूरी दी गई है। हम हमेशा उनकी शिकायतें सुनने के लिए तैयार रहे हैं। कहा जाता है

जमाना बदल गया; जमाना बदल गया हो, लेकिन मैं नहीं

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