पृष्ठ:हमारी पुत्रियाँ कैसी हों.djvu/१४८

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लो। कर सुखा पतंग का चूर्ण श्राध पाव, फिटकरी चौथाई छटाँक, पाँच सेर पानी में १५ मिनट उबाल लो। फिर सोडे के पानी में भिगो सुखा लो । ४-बादामी-- श्राधी छटाँक हीराकशीश को पांच सेर गर्म पानी में घोल कपड़ा भिगो दो; फिर चूने के पानी में अच्छी तरह भिगो ५--तोता पंखी- पहिले कपड़े को हल्के नील में रंगो। फिर टेसू के फूल का रंग निकाल कर उसमें रंग लो और फिटकरी के पानी में भिगो कर निकाल लो। ६--गुलाबी--- पाव भर मजीठ का चूर्ण और श्राधी छटाँक फिटकरी पाँच सेर पानी में डाल कर अग्नि पर पकाना चाहिए और साबुन के पानी में भीगे हुए उस कपड़े को १५ मिनट इसमें भिगोकर निचोड़ दो। ७--नारंगी-- हार सिंगार के फूलों को पानी में श्रीटा कर उसमें कपड़ा रंग लो। फिर कुसुम तथा खटाई के पानी में रंग कर सुखा लो। --काही-- रात को पाव भर अनार के छिलके सवा सेर पानी में भिगो दो। प्रथम हल्के नील में कपड़े को रंग फिटकरी के पानी में दुबो सुखा लो। --सब्जकाही-- पहिले कपड़े को हल्दी के पानी में रंगकर खूब पकाओं और फिटकरी के पानी में निकाल कर सुखा लो। १०--केसरिया-- प्रथम मजीठ को पानी में उबाल कर रंग निकाल लो, इसके बाद अनार के छिलके तथा हारसिंगार की डण्डी को साथ साथ पानी में