पृष्ठ:हमारी पुत्रियाँ कैसी हों.djvu/१५०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२३० बढ़िया दृश्यों से पूर्ण चित्र, बढ़िया बिल्लोरी बड़े-बड़े शीशे, टेबिल पर रखने के चित्र विचित्र गुलदस्तों के कांच के बर्तन, भिन्न-भिन्न प्रकार की सादी और प्राराम कुर्सियाँ कोच, पलंग, मेज, पदें, मूर्तियाँ श्रादि चीजें करीने से सजी होनी चाहिए । फीचर यदि सेकिन्ड हेन्ट भी ले लिया जाय तो हर्ज नहीं पर देख लेना चाहिए कि उसकी लकड़ी या जोड़ ग्वराब तो नहीं हो गये हैं। कपड़े, पर्दे, गढ़ दे, तकिए आदि कदापि पुराने नहीं लेने चाहिए। बालबच्चों वाले घरों में सामान को ढंग से रखना और भी कठिन हो जाता है । जो बच्चे सुरक्षित नहीं होतं वे प्रायः ऊधम मचाते और चीजों को तोड़ते फोड़ते रहते हैं । इसके लिए हमारी सम्मति है कि घर में फालतू मामान रखना ही नहीं चाहिए । लकड़ी के पलंगों की अपेक्षा लोहे के पलंग अच्छे होते हैं। खासकर स्प्रिंग वाले । लोहे के पलंग पर पहले मोटा कागा बिछाकर दरी गढ़े बिछाने चाहिए-वरना जंग लगने का भय रहता है । चमड़े की चीजें भी नई ही खरीदना श्रावश्यक है । समय समय पर इन्हें धूप-दवा दिग्वाते रहना चाहिए। सामान की सफाई यह बात तो बहुवा देखने को बड़े-बड़े अमीर घरानों में भी मिलती है कि वह कीमती सामानों को खरीद तो लेते हैं पर सजाना नहीं जानते । प्रायः दरी या जाजम पर मोमबत्ती के दाग गिर जाते हैं। ये यदि तुरन्त ही साफ न कर दिये गये तो फिर कठिनाई से छूटते हैं । इसलिए इन दागों को मन्द धार की छुरी से तत्काल छटा डालना चाहिए। इसके बाद उसपर एक कागज का टुकड़ा रख कर उस पर मोटी कील गर्म कर कागज पर दबाओ । फिर वह कागज निकाल दूसरा कागज रख ऐसा ही करो । दो-तीन बार करने से दाग बिल्कुल छूट जायगा । तेल, घी तथा अन्य चिकनाई के दाग यदि फर्श पर पड़ गए हों तो