पृष्ठ:हमारी पुत्रियाँ कैसी हों.djvu/१५३

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उससे वश द्वारा धो यो । दाँत की चीजों को कभी फिटकरी के पानी से न धोनो। पुरानी तस्वीरों को साफ करनेके लिए ड्यू टवस इडाफ हाइड्रोजन में सात गुना पानी मिला स्पंज से चित्र पर फेर दा, पीछे सादे पानी से धो डालो । तस्वीर नई हो जायगी। शीशा जोड़ने की तरकीब यह है कि प्राइजिंग ग्लास नामक सरेस को अलमोहल में गरम करो। और टूटे हुए शीश के जोड़ पर लगा कर जोड़ दो। सूग्वने पर जोड़ दिखाई नहीं देगा। फर्श के टाइल्स् पानी में मिट्टी का तेल मिला कर धोने चाहिए। मिड़की के शीशे भी गर्म पानी में मिट्टी का तेल डाल कर धोने से साफ पुस्तकों को बहुधा कीड़े ग्वा जाते हैं । हमेशा उन्हें रूखी गरम और हवादार जगह में रखो, तथा समय समय पर उन्हें पालमारी से निकाल कर झाड़ने रहो । यदि पुस्तकों में कीड़ा लगने का भय हो, या कीड़ा लगने लगे तो फिटकरी या सफेद मिर्च की बुकनी उनपर बुरका दो । इसके सिवा मार्च और अक्टूबर के महीनों में ऊन का एक कपड़ा फिटकरी के पानी में भिगोकर छाया में सुखा लो। फिर उसी कपड़े से पोंछ कर पुस्तकों को पालमारी में रख दो । पालमारी में भी सफेद मिर्च और फिटकरी की बुकनी डाल दो। यदि पुस्तकों की जिल्द बाँधती बार लेई में फिटकरी या नीलाथोथा डाल दिया जाय तो कीड़ों का भय नहीं रहता । अालमारी में यदि कीड़े लग गये हों तो उन पर लाख का बाानिश कर दिया जाय, इससे कीड़ों का भय नहीं रहेगा । कमरे की दीवारों पर तारकोल पुतवा देने से दीमक कम हो जाती है। आलमारी कदापि सील की जगह पर न रखी जानी चाहिए।