पृष्ठ:हमारी पुत्रियाँ कैसी हों.djvu/६७

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५६ खून पैदा करने वाला, स्वर को उत्तम बनाने वाला, कोटे में वायु पंदा करने वाला है । प्यास, ज्वर, श्वास, कमलवायु, मूत्रकृच्छ, मोह और दाह तथा मदात्यय रोग को नष्ट करता है। मुनक्का- चिकनी, वीर्यवर्द्धक, ठण्डी, दस्तावर, बलवर्द्धक, तथा क्षत-क्षीण, वात और रक्तपित्त का नाश करने वाली है। हृदय को हितकारी है. वायु का अनुलोमन करती है । किशमिश- वीर्यवर्द्धक, रुचिप्रद, खट्टी, श्वास, घर, दाह, घरभेद को दूर करती है। । कमरख-- तीक्ष्ण, गरम, पचने में चरपरी, खट्टी और पित्तकारी है । शरीफा-- तृतिजनक, शीतल, हृदय को हितकारी, बल और मांस को बढ़ाने वाला तथा दाह नाशक है । अनन्नास- कच्चा अनन्नास रुचिकारक, हृदय को हितकारी, भारी, कफ और पित्तकारी है । पक्का रक्त विकार को दूर करता है । अंजीर- बहुत ठण्डा, तत्काल रक्त पित्तशामक, पित्त और सिर की बीमारियों में पथ्य है । कोढ़ में मुफीद है। बादाम- दस्तावर, गर्म, भारी, कफी, वीर्यवर्धक, पौष्टिक और मस्तिष्क का बल बढ़ाने वाला है। बादाम का तेल गर्म, दस्तावर, बाजीकरण, हल्का