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पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/१७७

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सकती हैं। स्पंज से यह पानी लगाओ और रगड़ कर पोंछ डालो । सूखने पर पालिश लगा दो। सफेद देत का सामान साबुन, गर्म पानी और बुर्श से साफ करो। पहिले सावुन को घोलो और फिर उसमें नींबू का रस और पानी मिला कर सामान पर खूब मलो। फिर खुली हवा में रख कर सुखा लो। यदि चिकनाई के दारा पड़ गये हों तो ज़रासी स्प्रिट मलने से छूट जावेगे। हाथी दाँत के सामान को हवा से बचा कर रखने से वह साफ़ रहता है। इन चीज़ों को शीशे के डब्बों में बन्द कर के रखा जाय। यदि दाँत की कोई चीज़ पीली पड़ गई हो तो उसे काँच के डब्बे में रख सूरज की किरणों में रख दो-वह साफ निकल आवेगी । दाँत की जालीदार चीजों में यदि मैल भर गया हो तो साबुन का पानी उबाल कर उससे दुर्श द्वारा धोनो। दाँत की चीज़ों को कभी फिटकरी के पानी से न धोनो। पुरानी तस्वीरों को साफ करने के लिये ड्यूटक्स इडग्राफ़ हाइड्रोज़न में सात गुना पानी मिला स्पंज से चित्र पर फेर दो पीछे सादे पानी से धो डालो। तस्वीर नई हो जायगी। शीशा जोड़ने की तरकीब यह है कि आइजिंग ग्लास नामक सरेस को अलकोहल में गरम करो। और टूटे हुए शीशे के जोड़ पर लगा कर जोड़ दो । सूखने पर जोड़ दिखाई नहीं देगा। फर्श के टाइल्स पानी में मिट्टी का तेल मिला कर धोने चाहिये। खिड़की के शीशे भी गर्म पानी में मिट्टी का तेल डाल कर धोने से साफ हो जाते हैं। पुस्तकों को वहुधा कीड़े खा जाते हैं। हमेशा उन्हें रूखी गरम और हवादार जगह में रखो, तथा समय-समय पर उन्हें अल- १६४