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पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/६

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निवेदन यह छोटी-सी पुस्तक कन्याश्रो और उनके माता-पिताश्रो को बहुत सहायता देगो, ऐसा हमे पूर्ण विश्वास है । जिन विषयो की इस पुस्तक मे चर्चा की गई है, वे विषय अब तक स्त्रियों की पुस्तको मे लिखे जाते रहे हैं; परन्तु वास्तव मे ये सारी ही बातें कन्याओ के सीखने की हैं। ___हम प्रत्येक कन्या और कन्या के माता-पिताओ से अनुरोध करते है कि वे गम्भीरता पूर्वक इस पुस्तक को बारम्बार पाठ करे और लाभ उठावें। चतुरसेन वैद्य