सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:हमारी पुत्रियां कैसी हों.djvu/८२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

विला नहीं कर सकतीं। वैज्ञानिक किसी फल कासत्व बना सकता है पर फल नहीं बना सकता। पर जो विश्वास फलों पर है वह सर्वत्र सुलभ है, वह इन झूठी दवाइयों के समान दगाबाज़ नहीं। अन्न - चावल- चावल भारतवर्ष के लोगों का सर्व प्रधान भोजन है। पंजाब को छोड़कर और कोई भारत का भाग ऐसा नहीं जहाँ चावल न खाया जाता हो, बंगाल, दक्षिण, गुजरात और उत्तर भारत के समस्त पहाड़ी प्रदेशों में एवं ब्रह्मा; लङ्का, नैपाल, भूटान देशों में चावलों का एक छत्र राज्य है। यह कहा जा सकता है कि मनुष्य जाति के आधे प्राणी चावल भोजी हैं।