पृष्ठ:हम विषपायी जनम के.pdf/१८

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४१५ ४१८ ४२० ४२२ ४२३ ४२५ 1 ४२७ ४२९ ४३२ 10 ५ गरल पियो तुम | गरल पियो तुम ६ प निरीक्षण ७भर नटनागर ८ मर मर हम फिर फिर उठ आये ९ पराजय गीत १० अग्नि फायर-समाद ११ निखर पर १२ १९३०३ वा को ममाप्ति पर १३ यिष्लब गायन १४ नसत ha १५ तन मन से तुमको प्यार किया १६ हम अलग निरजन पे वशज १७ साभारण १८ उत्सीदेयुरिमे लोका १९ पया रोते हो, यार? २० खिचड़ी २१ काति? २२ अनल गान २३ है शुरस्य धारा पयगामी २४ मो, सदिया में बानेवाले २५ मस्त रहो २६ विष पान २७ नरक विधाम २८ एक बार तो देख २९ चूंट हलाहल ३० अपना मदु गोपाल ३१ कारा में सस्तवीं थायणी रक्षा पूर्णिमा ३२ राधी को सुध ३३ आज काति का पात्र बज रहा ३४ विद्रोही ३५ सुना, मुनो, यो गाने वालो। ३६ जूठे पत्ते हग विपपायी जनम के ४३७ ४३९ YY ४४५ ४५४ ४६१ ४६२ ४६३ ४६४ ४६६ ४६७ ४८० ४९० ४९३ 1 111 14