पृष्ठ:हस्तलिखित हिंदी पुस्तकों का संक्षिप्त विवरण.pdf/७२

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[ 44 ] गोपीपमौसी- -पाम पितयि गोपियों की गारमा जी का (५) पणतुति (२५) दिलदस्यधार.(प.) सिविकीसा गोरखनाथ कोका (७) सिसर गोपी-पाशरद-सरपरि पार एलमि परमारण मा0(ग-६५) का.स. सिम पुराणमापार सही निम्न लिपिठ पुरखकै मीत्र में प्राप्त पर गार-हम्पबएम (प-100) मार सिता म ० (ग-२१ २क) गोममीदास-या निवासी सं० १५५ लगमा पतमान, रामायुधमापक येय 1 औगंबरी रामी दे. (ग-६१(ग-२३८) समान २० (-) गोरखापा.(ग-६१ सीन) गोरग्पनाप-गोरसपसी समदाप सरण स.13 लामा पतमामा मास्यटनायक mहिद (1-६ धार) (ग-१६८) शिप मोर कोई भी हालात हैं। रतगत संचार २० (ग-६ पास) कहा जाता है कि गोरखपुर मगरा के माम से बसाया गया ईमोर यहोरा प्राचीन मदिर सिरार पुगन दे० (१-६६१) (ग-२५६) मी गारखायाबमपापER डोक माना हरारे शेष १० (ग-६२ सात) (1-२९९) मासानएनी पिता में इसका गौरबमापनी पुरा. (1-140) 7 मकिपा और और समपवित्रामी गोरतणार ई० (-५) १५ वो शमादीमा गारण गोरखनापीसी ५०(ज-E) माप का काम पूर्य दोमा निशित। निकी पुलकों में से निगम लिग्नि पुम्न गारनाप की पानी-गोपनाप न, नि. का०स० १५० मि स० वि० नपद पास में ferti-गारण माल ताय | 20 (-TE) बाथ राममाय () मारएर शहर (५) महादय गोरप सप पगारवा गोरसोर-गारमानाथ विनोपश्य। गाAKE) शेष(७) मएमुद्रा(एबमामी योग (E) अभय मामा (२०) पायो | गोरससार-गोरक्षनाथ स्त, लि. का० ० PUNE पिपासापन (प-५) भावाय मामिभिना)माफर रोष " {1) गारमाय जी को सरद परम १) गादल-featre समा० .. मामाघ मणमोक) माल की सगमापनमाम, रितीकी महार में रापर मीसामान लिनर () माया वगन स्लाममी मोरस सीन हार (R) (२) मायनीलगि (३२) मारे गए।२-(+-)-) पसल ( रामायनी (२) गोरा बादल की कपा-मन C FAE.