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पृष्ठ:हिंदी विश्वकोष भाग ३.djvu/९

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इक्षु वाटिका-इख़लासखान्


इक्षुवाटिका, इक्षुवाटी देखो।
इक्षुवाटी (सं० स्त्री०) इक्षोर्वाटीव। १ पुण्ड्रक, पौंड़ा। २ करङ्गशालीक्षु, मामूली ऊख़।
इक्षुवारि, इक्षुरसीद देखो
इक्षुविकार (सं० पु०) इक्षोर्विकारः, ६-तत्। गुड़ प्रभृति; शीरा, राब, गुड़, चीनी, मिसरी वग़ैरह।
इक्षुविकृति ( सं० स्त्री०) खण्ड, खांड़।
इक्षुविदारिका (सं० स्त्री०) भूमिकुष्माण्ड, भूयिंकुम्हड़ा।
इक्षुविदारी, इक्षुविदारिका देखो।
इक्षुवेष्ट, इक्षुवेष्टन देखो।
इक्षुवेष्टन (सं० पु०) इक्षोरिव वेष्टनमस्य, बहुब्री०।मुञ्जतृण, मूंज।
इक्षुवेष्टल, इक्षुवेष्टन देखो।
इक्षुशर (सं० पु०) इक्षुरिव शृणाति, इक्ष-शृ-अच्। काशतृण, रामशर।
इक्षुशाकट (सं.ल्की.) इक्षणां भवनम, इक्षु-शाकट। इक्षुका क्षेत्र, ऊखका खेत।
इक्षुशाकिन, इक्षुशाकट देखो।
इक्षुसमुद्र, इक्षुरसोद देखो।
इक्षुसार (सं० पु०) इक्षोः सारः, ६-तत् । गुड़।
इक्षूरक (सं० ल्की०) कोकिलाक्षबीज, तालमखाने का तुख़्म।
इक्षूरकबीज, इक्षूरक देखो।
इक्ष्वाकु (सं० पु०) १ वैवस्वत मनु के पुत्र। सूर्यवंशीयों में यह अयोध्याके प्रथम नरेश रहे। इनके एक शत पुत्रेों में विकुक्षि ज्येष्ठ थे। रामचन्द्रजी ने इन्हीं के कुलमें जन्म लिया। २ वाराणसी के एक राजा बौध्दों के महावस्त्ववदान नामक संस्कृत ग्रन्थ में इनके सम्बन्ध पर अद्भुत गल्प लिखा है। एकदिन वाराणसी के राजा सुबन्धुने स्वप्न देखा, कि उनके शयनागार में इक्षुदण्ड भर गया था। नींद टूटनेपर स्वप्न प्रकृत निकला। क्रम से सकल इक्षुदण्ड सूखा, केवल एक वृक्ष बचा था। सुबन्धुने दैवज्ञोंको बुला इसका कारण पूछा। उन्होंने कहा, इस इक्षु के मध्य से उपजने वाला बालक ही आपका पुत्र होगा। दैवज्ञों की बात


ठीक निकली। इक्षुको तोड़कर एक बालक उत्पन्न हुवा था। इक्षुके मध्य रहनेसे उसका नाम इक्ष्वाकु पड़ा। सुबन्धु के मरनेपर वही वाराणसी का राजा बना था। इक्ष्वाकु की प्रधान महिषी का नाम अलिन्दा रहा। उनके ही गर्भसे कुशने जन्म लिया था।
(कुशजातक) (सं० स्त्री०) ३ कटुतुम्बी, कड़वी लौकी।
इक्ष्वाकुकुलज (सं० त्रि०) इक्ष्वाकुके वंशमें उत्पन्न।
इक्ष्वाद (सं० त्रि०) इक्षुभक्षक, ऊख चूसनेवाला।
इक्ष्वारि (सं० पु०) इक्षोः अरिः, ६-तत् वा इक्षुरिवालति, इक्षु-ऋ-इन्। काशतृण, कांस।
इक्ष्वालि, इक्ष्वालिक देखो।
इक्ष्वालिक (सं० पु०) इक्षरिव अलति व्याप्नोतीति,इक्षु-खु ल। १ काशतृण, कांस। २ इक्षुविशेष, किसी क़िस्म की ऊख। ३ वनखड़िका, नरकुल।
इक्ष्वालिका (सं० ल्की०) इक्ष्वालिक देखो
इखट्टा (हिं० क्रि०वि०) १ एकत्र होकर, मिलके। २ एककाल, मान, उसी वक़्त। ३ अधिक, ज्य़ादा।
इखट्टा करना (हिं० क्रि०) १ बटोरना, संगेरना। २ बुला भेजना। ३ जोड़ना, मीज़ान् लगाना । ४ मिलाना।
इखट्टा होना (हिं० क्रि०) १ जमना, मिलना, आँना। २ भीड़ लगना, गोल बंधना। ३ जुड़ना, शुमार में आना।
इखद (हिं०) ईषत् देखो।
इख़फ़ा-वारदात (फ़ा० पु०) अगोप्य विषयका गोपन न छिपाने लायक बातका छिपाना।
इख़राज (अ.पु.) १ अपसारण, बेदख़ली, निकाला। २ आहरण, बदर, निकासी। ३ निर्हरण, खिंचाव।
इख़राजात् (अ० पु०) व्यय, ख़र्च। यह शब्द 'इखराज' का बहुवचन है।
इख़लास (अ० पु०) १ वैमल्य, पाकीज़गी, सफ़ायी। २ अनुराग, वफ़ादारी, खरापन।
"इखलाससे इखलास पैदा होता है।" (लोकोक्ति)
३ प्रणय, आशनापरस्त्री, मेहरबानी।
इख़लास खान्-१ सम्राट शाहजहान् के समयवाले एक सम्भ्रान्त्र पुरुष। सन् १६३९ ई० को इनको मृत्यु हुयी। २ सम्राट् औरङ्गज़ेब की सेनाके एक सरदार।