पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ३.pdf/४४०

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१५१६ चाहे चुलस विचार ।' मनुहरि कटि तर मेखला, पग झाझर - झगकार ।--ढोका०, दू०४८१ । चाह --संज्ञा मौ० [सं० इच्छा (प्राद्यत विपर्यय) चाइ हिं० चाहि। अथवा सं० उत्साह, प्रा० उच्छाह अथवा, म./चक्ष > नाख, चाह] १. इच्छा। अभिलापा । २.प्रेम । अनुराग । प्रीति । ३. पूछ । पादर । कदर । जैसे, अच्छे प्रादमी की सब जगह चाह है.। -- जाकी यहाँ चाहना है ताकी वहाँ चाहना है। जाकी यहाँ माह ना है वाकी वहाँ चाहना-पोद्दार अभि० गं०, पृ०५७२।४ मांग । जरूरत । आवश्यकता। चाह -संज्ञा स्त्री० [हिं०] १. खबर । समाचार । २. गुप्त भेद । मर्म। उ०-(क) राव रंक जंह लग सब जाती । सब को चाह लेति दिन राती।—जायसी (शब्द०)। (ख) पुर घर घर आनंद महा मुनि चाह सोहाई ।--तुलसी (शब्द॰) । चाह-संशा बी० [हिं० चाय] २० 'चाय' । चाह-संज्ञा स्त्री॰ [हिं० चाव] दे० 'चाय' । चाह-संशा पुं० [फा०] कुनो। यो०--चाहकन=कुनों खोदनेवाला । चाहक-हु संघा स्त्री० [हिं० चाहना] १. चाहनेवाला । कामना .. करनेवाला । ३०---जस चाहक गाहक गाहक ही। ह० रासो,

पृ० ४६।२. प्रेम करनेवाला ।

चाहत-संज्ञा स्त्री० [हिं० चाह+त (प्रत्य॰)] चाह । प्रेम। चाहत"--वि० इच्छित । 30-पदमावति चाहत ऋतु पाई।-जायसी पं० (गुप्त), पृ०, १४६ । चाहना-कि० स० [हिं० चाह] १. इच्छा करना । अभिलापा करना । २. प्रेम करना । स्नेह करना । प्यार करना ३. लेने या पाने की इच्छा प्रकट करना । मांगना । जैसे- हम तुमसे रुपया पैसा कुछ नहीं चाहते। ४. प्रयत्न करना। जोर करना । कोशिश करना। जैसे,--उसने बहुत चाहा कि हाथ छुड़ाकर निकल जायें पर एक न चली। ५.चाह से देखना । ताकना। निहारना । 30---पूनि रुपर्वत बसानो काहा । जावत जगत सबै मुख चाहा !-जायसी (शब्द०)। ६. ढूढ़ना । खोजना । तलाश करना । चाहना ---संक्षा श्री [हिं० चाहना] चाह । जरूरत । उ०-ग्वाल कवि वे ही परसिद्ध सिद्ध जो हैं जग, वे ही परसिद्ध ताकी यहाँ " है सराहना । जाकी यहाँ चाहना है ताकी वहाँ चाहना है, जाकी यहाँ चाहना है ताकी वहाँ चाहना ।-वाल (शब्द०)। चाहमान -संक्षा पुं० हिं० चौहान] दे० चौहान। .... ... चाहल-वि० [हिं० चाह+ल (प्रत्य)] चाह से युक्त । चाहने- . . . वाला। 30---वरति चार उपर उतंड प्रHि ससि उप्पर ससि किरनि-धीर सुष्प गुन चाहल |-पृ० रा०, १६ । १५१ । चाहा--- पृ० [चाष जल के निकट रहनेवाला बगले की तरह . . का एक पक्षी जिसका सारा शरीर गुलदार और पीठ सुनहरी ती है:। उ०--उड़ याबानी. हिरहरी. वया. चाहा चगते कर्दम, कृमि, तृन।-ग्राभ्या०, पृ०३८ । ....विशेष-यह जल अथवा कीचड के कोडे मकोडे खाता है । इसका 'लोग मांस के लिये शिकार करते हैं। यह पक्षी कई प्रकार का होता है। यौ.. चाहा परमाठी--गर्दन सफेद, शेप सब काला । चाहा । धुपका = चोंच सौर पैर लाल, शेप सब ग्याको । पाहा वगौधी- पैर लाल, शेप सब गरीर चितकबरा। चाहा लमगोडा , चितयावरा. चोंच और पर कुछ अधिक लंवे। . चाहाल- संज्ञा दी० [सं०, हिं० चाह ] वर । ३० को सिंहल पहुंचा चाहा।-जायमी० ग्रं, पृ० १५६ । चाहि -य० [सं० चैव ( और भी,बंग० चेये चाइते] अपेक्षाकृत : (अधिक )। बनिस्बत । से ( बढ़कर) 13० - (क) मसि । । चौदस जो दई संवारा । ताहू चाहि रूप उजियारा । जायसी . . . (शब्द॰) । (ख) मेहि चाहि प्रधिका वे कारे । भयो प्रसूझ देशि अंधियारे ।- जायसी (शब्द०)। (ग) जीव चाहि सो अधिक पियारी। मांग जीउ देन' बलिहारी-जायसी (शब्द०)। (घ) पुलिसह चाहि कठोर प्रति कोमल कुमुमहि चाहि ।- तुलसी (शब्द ) . चाहि@--संघा मी० [हिं० चाह] दे 'नाह' । उ०---सुत को सुनो पुरान यों, लोगनि कहो निहोरि । चाहि पाहि जुस नाह . मृख मुसियानी मुख मोरि ।मति ० ग्रं०, पृ० ४४४ । चाहिय--प्रव्य० [हि चाहिए ] दे० 'चाहिए'। उ०-गुरुपहि चाहिनन हिग्राऊ । दिन दिनचे राय पाकजायसी ग्रं० (गुप्त), पृ० २३० । चाहिए--प्रव्य० [हिं० चाहना उचित है। उपयुक्त है । मुनासिब है। जैसे,-लड़कों को चाहिए कि अपने माँ बाप का कहना . मानें। विशेष---यह शब्द 'विधि' सूचित करने के लिये संयो कि की . भांति क्रियानों में भी लगता है; जैसे, फरना चाहिए, पाना चाहिए, तुम्हें कभी ऐसा नहीं करना चाहिए, इत्यादि। चाही-वि० स्त्री० [हिं० चाह] चाही हुई। जो चाही जाय। . चहेती । प्यारी। चाही-वि० [फा० चाह (=कुवा)] ( वह भूमि ) जो कुर्वे गे सींची जाय। चाही --प्रव्य हि चाहि दे० 'चाहि" । उ0--परि बस जियावत जाही। मरन नीक तेहि जीवन चाहा।- मान, २।२१। चाहु -प्रय पहि० चाहिए दे० 'चाहिए'। 10--केपो बोल .... देखए देहे जन फाहु। केपो बोल पोझा पानि चाह।-- विद्यापति, पृ० ३६६ | चाहुवान--संज्ञा . [हिं० चौहान दे० 'चहमान'। 10--श्रीकंठ भट्ट गय मरि सुथान। बीसलदे भेटयौ चाहुनान ।--पृ० रा०, १। ४४२ । चाहे--अप [हिं० चाहना] १: जी चाहे। इच्छा हो। मन में .... आवे । जैसे,--(क) तुम जहाँ चाहे वहाँ जानो, मुझसे मतलब (ख) इनमें से चाहे जिसको लो। २. यदि जी चाहे तो। जैसा जी चाहे। या तो। उ०--चाहे वह लो चाहे यह ! ३. होना चाहता हो। होने