पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ४.pdf/१५४

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जोट बोड़ा १००० 1. गणित में कई सवाल जोड़ना सीकर, मिलाकर, चिपकार चिरजीवह पोज हरि हलधर की जाटी। -सूर (शब्द०)।२ जोड़ती-सक्षा स्त्री० [हिं० जोर+ती (प्रत्य॰)]१.गणित में की बराबरी का । जोड़ का। समान। ३ ओ गुण मावि मे फिसी सख्यामो का योग । जोए । २ गणना । गिनती। शुमार । दूसरे के समान हो । जिसका मेल दूसरे के साथ बैठ जाता हो। जोड़न-सधा खो• [हिं० जोर] १ जोड़ने की क्रिया या भाव । २.. पोद-सा [.] धन [को०। वह पवार्थ जो दही जमाने के लिये दूध में पाला जाता है। जावन । जामन । खोद-संश० [सं० योग] १. गणित मे कई संख्यामो का योग। गाला जोड़ना-क्रि० स० [सं० जुड( धन) या सं० युक्त, प्रा.जुहार यह मस्या जो कई सख्यामों को जोडने से निकले। मीजान। दो वस्तुमो को सीकर, मिलाकर, चिपकाकर प्रथया सी ठीक । टोटल। प्रकार के किसी और उपाय से एक करना। दो चीजो को मि०प्र०-देना)-लगाना। मजबूती से एक करना । जैसे, लबाई बढ़ाने के लिये कागज या ३ यह स्थान जहाँ दो या अधिक पदार्थ या टुकडे जुड़े अथवा कपडा जोड़ना। २ किसी टुटी हुई चीज के टुकड़ो को मिसा मिले हो। जैसे, कपडे मे सिलाई के कारण पड़नेवाला जोड, कर एक करना। ३. द्रव्य या सामग्री को कम से रखना, लोटे या पाली प्रादि का जोड़। लगाना या स्थापित करना । जैसे, पक्षर जोडना, इंट या महा०-जोड उखडना- जोर का ढीला पड़ जाना। सधि पत्थर कोडना। ४. एकत्र करना। इकट्ठा करना। सग्रह स्यान में कोई ऐसा विकार उत्पन्न होना त्रिसके कारण जुड़े करना । जैसे, रुपए जोडना । कुनबा जोड़ना, सामग्री जोडना । हए पदार्थ मलग हो जाय । ५. कई सख्यामी का योगफल निकालना। मोजान लगाना। ४ वह टुकडा जो किसी चीज में जोड़ा जाय। जैसे,—यह . ६ वाक्यो या पदो मादि की योजना करना। वर्णन प्रस्तुत चांदनी कुछ छोटी है इसमें जोड़ लगा दो। ५ वह चिह्न करना । जैसे, कहानी जोड़ना, कविता जोड़ना, बात जोड़ना, जो दो चीजों के एक मे मिलने के कारण मघि स्थान पर तुमार या तुफान जोड़ना (= झूठा दोषारोपण करना)।७ परता है। ६ शरीर के दो प्रायवो का सघि स्थान गांठ प्रज्वलित करना । जलाना। जैसे, माग जोडना, दीमा पैसे, कषा, घुटना, कलाई, पोर आदि। जोहना । संवध स्थापित करना । ६. सवध करना । सबध उत्पन्न करना । जैसे, दोस्ती जोडना ।१. जोतना । मुहा०--जोड़ उखउना=किसी अवयव के मूल का अपने स्थान संयो० क्रि०-देना। से हट जाना । जोर बैठनाअपने स्थान से हटे हुए पवयव के मूल का अपने स्थान पर आ जाना। जोडला-वि० [हिं० जोडा+ला (द्रत्य. ) ] एक ही गर्म से ७ मेल । मिलान । ८ वरावरी। समानता । जैसे,—तुम्हारा एक ही समय में जन्मे हुए दो बच्चे । यमज । मौर उनका कोन जोड है? जोड़वा-वि० [हिं० जोड़ा+बा-(प्रत्य॰)] वे दो बच्चे जो एक ही। विशेप-प्राय इस पर्थ में इस शब्द का रूप जोह का भी होता समय मे और एक ही गर्भ से उत्पन्न हुए हो । यमज । है। से,-(क) यह गमला सके जोड का है। (ख)इसके जोड़वाई-सद्धा० [हिं० जोडवागा] १ जोडवाने की क्रिया। जोड़ का एक लप ले मायो। २ जोड़वाने का, भाव । ३ जोडवाने की मजदूरी। ९ एक हो तरह की मथया साथ साय काम में मानेवाली दो जोड़वाना--क्रि० स० [हिं० जोड़ना का प्रे० रूप] दूसरे को जोड़ने मे चीजें जोड़ा। जैसे, पहलवानों का जोड, पहों (धोती मोर प्रवृत्त करना । जोडने का काम दूसरे से कराना। दुपट्टे) का जोड़। जोड़ा-सा पुं० [हिं० जोड़ना ] [ ली जोड़ीदो समान पदार्थ । मुहा०-जोड वाधना = (१) कुश्ती के लिये बराबरी के दो एक ही सा दो चीजें । जैसे, घातियो का जोड़ा, तस्वीरो का पहलवानों को चुनना। (२) किसी काम पर अलग अलग दो जोडा, गुलदानों का जोड़ा। दो मादमियों को नियत करना। (३) चौपट से दो गोटियाँ कि० प्र०-लगाना। एक ही घर में रखना। विशेष-जोड़े मे का प्रत्येक पदार्थ भी एक दूसरे का जोड़ा १.. वह जो बरावरी का हो। समान धर्म या गुण प्रादिवाला । कहलाता है। जैसे, किसी एक गुलदान को उसी तरह के बोट । ११ पहनने के सब कपडे। पूरी पोशाक । जैसे,- दूसरे गुलदान का जोड़ा कहेंगे। .. उनके पास पार जोड कपड़े हैं। १२ किसी वस्तु या कार्य में । २ दोनो पैरो में पहनने के जूते । उपानह। ३ एक साथ या प्रयुक्त होनेवाली सव मावश्यक सामग्री। जैसे, पहनने के सव एक मेल में पहने जानेवाले दो कपड़े। जैसे, मगे और कपड़ों या अग प्रत्यग के आभूषणों का जोड । १३. जोडने की पैजाम का जोग, कोट मोर पतलुन का जोडा, लहंग मोर क्रिया या भाव। १४ छन । दोषी मोढनी का जोडा । ४ पहनने के सब कपडे। पूरी पोशाक । यो०-जोर तोड़ = (१) दाँव पंच । छल कपट । (२) किसी जैसे,—(क) उनके पास चार जोड़े कपडे है। (ज) हम तो ___काय विशेष युक्ति । उग। घोड़े जोड़े से तैयार है, तुम्हारी हो देर थी। विशेप-बहुधा इस मयं में इसके साथ 'लगाना' । 'मिडना' यौ०---जोग जामा = (१) वे सब कपडे जो विवाह में वर पह- क्रियापों का व्यवहार होता है। नता है। (२) पहनने से सब कपडे । पुरी, पोगाक। १५ दे० 'योग' क्रि० प्र०-पहनवा !-बढ़ाना।