पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग ४.pdf/५६९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

५ . - . दरज. ..बहुत बढ़ गई है ! २ प्रमाण 1, ठीक ठिकाना । जैसे,—उसकी भाव । (शब्दः) । (ख) दस सहस बाजे दराज साजे भरु, गत की कोई दर नहीं । ३. कदर । प्रतिष्ठा। महत्व। मराको सग ले। दरकुच मावत है चलो मन माह जंग'उमंग १ महिमा ।'०-सिर केतु सुहावन फरहरै जेहि लखि पर ले।-सूदन (पम्द०) 117 - ' .. F" देव परहरैः। सुरराज केतु की दर हरे जादव जोधार दरवसमा पु० देश?] ऊँट 13 दिन लाख घटे हैवर । हरे-गोपाल (शब्द) -- - - दरक्क । जवनान पर निस"दिवस बक्की -रा' ,' टर]ि किपित् । थोड़ा.। जरा सा । . . ०७३।-- - .:.:., it. ---17 'संसी से वार ( लकड़ी ) ] ईस । इक्ष । कक्ष। द खत -क्षा पु० [फा दरख्त] दे॰ 'हास्त ० कारन ते 'करिब है नीका । जथा कद ते दर रस दरखास्त-सश औ० [फा दरवास्तनिवेदन । किसी बात, फोका। विधाम (शब्द) : .. के लिये प्रार्थना। 8. Cia दरकटिका-संवारी दरकारटका शतावरी क्रि० प्र० करना। २ प्रार्थनापत्र निवेदनपत्र वह लेख,जिसमें किसी बाद के लिये दर - वि० [सं०] डरनेवाला । डरपोक । भीर। विनती की गई हो। , rs . -- - दरकर-सका स्त्री॰ हि दरफना] १. और यो, दाव पड़ने से पड़ा । मुहा० दरखास्त गुजरना = दे० 'दरखास्त पड़ना । दरखास्त 1,हमा दरार । वीर। २ दरकने की क्रिया ।। देना = प्रार्थना पत्र उपस्थित करना। कोई ऐसा लेख भेषना' या सामने रखना जिसमें किसी बात के लिये प्रार्थना की गई दरकच-सका स्त्री० [हि. दोरा+ मतुकच].--१ यह चोट जो जोर हो। दरखास्त पड़ना = प्रार्थनापत्र उपस्थित किया जाना। से रगड़या:ठोकर खाने से लगे। बह-चोट भो, कुचल : किसी के "ऊपर दरखास्त पहना =किसी के विरुद्ध राजा यो' , जाने से लगे 75 15 - हाकिम के यहाँ भावेदनपत्र देनी । 1 क्रि०प्र० लगना । ___दरख्त--सा पुं० [फा० दरख्त] पेडी वृक्ष' ' ' ~ :: दरकन- किनहि. दर कचरना ] घोडा कुचलना। - ects समी[फा० दरगाह] दरबार । सभा । उ०-पांदरा इतना कुचलना जितने में कोई वस्तु कई खंड' हो जाय पर तणों"दणियो 'दन पर वीणा दरगह धसे ।-66 17 . .. प्रोषधि । 1 -51 - घ पृ० ४६ रघु, ०, दरफटो- श्री० [हिं० दर ( - भाव) + फटना] पहले किसी दरगाह-सभा सी० [फा०] १ चौखट । देहरी। २. दरवार। {"वस्तु को दर या निख फोट देने को पिया दर को मुकर्ररी। कचहरी। 10--पढ़ी'मदन दरगाह में 'तेरे नाम कमान । सायाकको ठहराव रसनिधि (शब्द०)। किसी-सिद्ध पुरुष का समाषिक, दरकना- किस दर (= फाडनी) वाय या जोर पड़ने स्थान । मकवरा। मजार । जैसे, पीर की दरगाह। ४. से फटना चिरला विदीर्ण होना जैसे; कपडा दरकना, मठमदिर । तीधंस्थान। 21 - 777 छाती दरवाया पौदायों ली हियो दरकत नाह साजर-फ्रिा०दरगुजर] १"अलग।'बाज । वचित नंदलाव "बिहारी (शब्द) "क्रि० प्र०होना piryानी . tatta दरका-सह हि "दरपाना , शिगाफा दरार फंटने का मुहान दरगुजर करनी टालना हटाना , .चिह्न। २ वह घोट जिससे कोई वस्तु दरक या फट जाय। ३ माफ क्षमाप्राप्त - to ""उ०-लखी धियोगिनि दादिमन, फंटक अंग निदान । फुलत ' मुहार-दरगुजर करनी जाने देनी छोड देना। दंर्ड मादि __ नविन परको लगो शुझमुख विपक्वान-गुमान (शब्द०)। न देना। मुमाफ करना 11 mine Fr दरौना - सिंह वरना) फाइना । 6- ढोठ' संगर व दरगुजरना-क्रि० म० [फा० दरगुजर + हिना (प्रत्य॰)] १. छोडना यागंना बाज पाना । 0 जाने देना-दंडी मादि दकाना--किय. फटना उ" पुलकित अंग अंगिया दरकानी... न देनागक्षमा' करना मुपाफ करनी ।।17 , 3 or उर मानद प्रचन हतार (शब्द)17-11 दरगाही दरवारदरगाह उ.- H ORS+FTER 11-15 दरकार-वि० [फा०] प्रविश्य मक्षित | जरूरी। - IPH सहजादै निज अग सनाई मागे 'खाग दरगद माहे ।-रा. लहदा । एक पोर । पुर। कनार किवि फाग पु.. . on : मुहा०-'"तो दर किनारा कुकीतही दूर की बात दरज-ससा श्री० [संदर( दरार) दरारम शिगाफ) दराज। है। बहुत बड़ी बात है। जैसे-उन कुछ देना तो दरकिनार . वह खाली जगह जो फैटने या दफने में पड़ जाय तो०- _fir ससे बात भी नहीं करना चाहता के दरजी, तो 'दरज मिलोवहि हो । रमा, et: A TETAP TETTIST विकारावर यात्रा करता हुया । मजिल ४८ दरमंजिल क -रामचन्द्र म्हाई मोरा मांगारक रानी पूसा e R cr ..2 . 11 INSIDER