पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 11.djvu/६३

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त्यदनालय ५३७५ स्थाना HO स्यदनाह्वय--सज्ञा पुं० [मा स्यन्दनाह्वय] १ तिनमुना । तिनिश वृक्ष। भामा को तो श्रीकृष्ण ने अगोकार कर लिया, पर मरिण लौटा- २ तेदू । तिदुक वृक्ष । दी। इसके अनतर सत्नाजित् को मार शतधन्वा ने उक्त मरिण ले स्यदनि-सञ्ज्ञा पु० [स० स्यन्दनि] तिनसुना । तिनिण वृक्ष । ली। अत मे शतधन्वा श्रीकृष्ण के हाथो मारा गया और मरिण स्यदनिका-तज्ञा स्त्री० [स० स्यन्दनिका] । १ छोटी नदी। नहर । सत्यभामा को मिल गई। कहते है, श्रीकृष्ण ने भादो की चौथ का चद्रमा देखा था, इसी से उनपर मणि के हरण का झूठा २ लार को वृंद। कलक लगा था। इसी से भादो महीने की चीथ का चद्रमा स्यदनी-सझा मी० (स० स्यन्दनी] १ थूक । लार । २ मूत्रनाडी। लोग नही देखते। स्यदिका - सज्ञा स्त्री० [स० रयन्दिका] रामायण के अनुसार एक प्राचीन स्यमतपचक-सज्ञा पुं० [स० स्यमन्तपञ्चव] एक तीथ का नाम जहाँ नदी का नाम । भागवत के अनुसार, परशुराम ने पितरो का शोशित मे तर्पण स्यदिता-वि० ( स० स्यन्दित] तीव्र गति से जानेवाला । शीघ्रगामी (को०] । किया था। स्यदिनी-संज्ञा स्त्री० स० स्यन्दिनी] १ थूक । लार । २ वह गाय स्यमिक-सज्ञा पु० [म०] १ चीटियो या दीमको का बनाया हुआ जिसने एक साथ दो बछडो को जन्म दिया हो। मिट्टी का घर । वाँवी । वल्मीक । २ एक प्रकार का वृक्ष । स्यदी --वि० [स० स्यन्दिन् ] [वि० स्रो० स्यदिनी] । १ रिसनेवाला। ३ मेघ । बादल (को०) । ४ काल । समय (को॰) । क्षरणशील । २ वेग से गति करने या वहनेवाला [को०] । स्यमिका-मज्ञा स्त्री॰ [ ] नील का पौधा । नीली । स्यमीका [को॰] । स्यदूर-पज्ञा पु० [म० सिन्दूर दे० 'सिदूर' । उ०-कचु कसण स्यमीक-सज्ञा पु० [स०] १ बाँवी। वल्मीक । २ समय । काल । ते खोलिया · · चदन सीरह स्यदूर ।-बी० रासो, पृ०६८ | ३ वादल । मेघ । ४ जल । जीवन । पानी । ५ एक प्राचीन स्यदलिका-सञ्ज्ञा स्त्री० [स० स्यन्दोलिका] १ भूलने की क्रिया । झूलना। राजवश का नाम । २ झूलना । हिंडोला (को॰) । स्यमीका-सज्ञा स्त्री० [स०] १ नील का पौधा । २ एक प्रकार स्यद- मशा पु० [स०] १ क्षरण। स्यदन । बहना । २ तेजी से चलना। का कीडा। तीव्र गति । वेग [को०) । स्यॉप-सज्ञा पुं० [हिं० साँप ] दे० 'साँप'। उ०—सो एक दिन स्यन्न-वि० [स०] १ रिसनेवाला । वहनेवाला । २ रिसा हुआ टपका वा लरिकिना को स्यॉप ने काटी।-दो सौ बावन०, भा० हुप्रा [को०]। पृ०६६। स्यमतक----तज्ञा पु० [स० स्यमतक] पुराणोक्त एक प्रसिद्ध मणि । स्यात्---अव्य० [स०] कदाचित् । शायद । विणेप--भागवत पुराण मे इस मणि की कथा इस प्रकार है-यह स्याद्वाद-सज्ञा पु० [ स०] जैन दर्शन जिसमे एक वस्तु मे नित्यत्व मरिण सत्नाजित् नामक यादव ने अपनी तपस्या से सूर्यनारायण अनित्यत्व, सदृर्शत्व, विरूपत्व, सत्व, असत्व आदि अनेक को प्रसन्न कर प्राप्त की थी। यह सूय के समान प्रभाविशिष्ट थी। विरुद्ध धर्मों का सापेक्ष स्वीकार किया जाता है और कहा यह प्रति दिन आठ भार (१ भार = २० तुला = २००० पल) जाता है कि स्यात् यह भी हे स्यात् वह भी है आदि । सोना देती थी। जिस स्थान या नगर मे यह रहती थी, वहाँ अनेकातवाद। रोग, शोक, दुःख, दारिदय आदि का नाम न रहता था। यादवो स्याद्वादिक-सञ्ज्ञा पुं० [म०] स्याद्वाद के सिद्धात का अनुयायी। को कहने से श्रीकृष्ण ने राजा उग्रसेन के लिये यह मणि मांगी, स्थाद्वादी। जैन (को०] । पर मत्राजित् ने नहीं दी। सत्राजित् से उसके भाई प्रसेन ने यह मणि ले ली और कठ मे धारण कर अाखेट करने गया। वहां स्याद्वादी--मज्ञा पुं॰ [स० रया सावदिन] स्याद्वाद को माननेवाला । एक सिंह ने उसे मार डाला । मणि लेकर सिंह एक गुफा मे स्याद्वादिक (को०] । घुसा । गुफा मे रीछो का राजा जाबवत रहता था। मणि के स्यान-वि० [स० सज्ञान] दे० 'स्याना'। उ०-(क) भे सुत सुता गुफा को प्रकाशमान् देखकर जाववत आ पहुंचा और स्यान सुख पागे ।-रघुराज (शब्द॰) । (ख) विषम शर उसने सिंह को मारकर मरिण हस्तगत की। इधर श्रीकृष्ण पर वेधत न स्यान के। -देव (शब्द०)। यह कलक लगा कि उन्होने प्रसेन को मारकर मरिण ले ली है। स्यानप-सञ्ज्ञा पु० [हिं० सयानपन] दे० 'स्यानपन' । यह सुनकर खोजते हुए श्री कृष्ण जाववत की गुफा में पहुंचे और स्यानपत-सहा स्त्री० [हिं० स्याना+पत (प्रत्य०)] १ चतुरता। चतु- उसे परास्त कर उन्होने मणि का उद्धार किया। जाववत ने राई। २ चालाकी । धूर्तता । श्रीकृष्ण को साक्षात् भगवान् जानकर अपनी कन्या जाववती स्यानपन-सज्ञा पु० [हिं० स्याना+पन (प्रत्य॰) J१ चतुरता। उनको अर्पण की। श्रीकृष्ण ने लौटकर वही मरिण सत्राजित् को दे दी। सन्नाजित् इसलिये बहुत लज्जित और दुखी हुआ कि मैने बुद्धिमानी । होशियारी । २ चालाकी। धूर्तता। श्रीकृष्ण पर झूठा कलक लगाया था। उसने भक्तिभाव से स्याना'-वि० [स० सज्ञान] [वि॰ स्त्री० स्यानी] १ चतुर । बुद्धिमान् । अपनी कन्या सत्यभामा और मरिण श्रीकृष्ण को भेंट की। सत्य होशियार । जैसे,—(क) तुम स्याने होकर ऐसी बाते करते प्रकाश से