पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 7.djvu/१०

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पदमावत पदु०, पदुमा० पदमावत, सं० वासुदेवशरण भयवाल, साहित्य सदन, चिरगांव, झांसी, प्र०सं० पद्मावती, संपा० सूर्यकांत शास्त्री, पंजाब विश्वविद्यालय, लाहौर, १९३४ ई० पचाकर' घावली, संपा० विश्वनाथप्रसाद मिश्र, ना० प्र० सभा, वाराणसी, प्र० सं० पनाकर गं. पद्माकर भट्ट पद्माकर (शब्द०) प०रा०प० रासो परमानंद परमेश (शब्द०) परिमल प्रमाल रासो, संपा० श्यामसुंदरदास, नाप्र० सभा, काशी, प्र०सं० परमानंदसागर परमेश कवि परिमल, 'निराला', गंगा ग्रंथागार, लखनऊ, प्र०सं० पर्दे की रानी, इलाचंद्र जोशी, भारती भंडार, लीडर प्रेस, इलाहाबाद, प्र० सं०, १९६६ वि० पलटू सहब की बानी [१-३ भाग ], वेलवे- डियर प्रेम, इलाहाबाद, १९०७ ई० पल्लव, सुमियानदन पंत, इंडियन प्रेस लि०, पर्दे पलटू पल्लव प्रयाग, प्र० सं० पाणिनि० द्वि० अभि० ग्र द्विवेदी अभिनंदन ग्रंथ, ना० प्र० सभा, वाराणसी द्विज (शब्द०) द्विज कवि द्विजदेव (शब्द०) अयोध्यानरेश महाराजा मानसिंह द्विजदेव' द्विवेदी (शब्द०) महावीरप्रसाद द्विवेदी घरनी०वानी घरनी साहब की बानी, बेलवेडियर प्रेस, इलाहाबाद, १९११ ई० घरम० शब्दा०, घरम० घरमदास की शब्दावली धीर (शब्द०) 'धीर' कवि धूप० धूप और धू, रामधारीसिंह 'दिनकर,' अजंता प्रेस, लि०, पटना ४ ध्रुव० ध्रुवस्वामिनी, प्रसाद नंद० न०, नंददास नं नंददास गंथावली, संपा० बजरत्नदास, ना०प्र० सभा, काणी, प्र० सं० नई० नई पौध, नागार्जुन, किताब महल, इलाहाबाद, प्र० सं०, १९५३ नट० नटनागर विनोद, संपा० कृष्णबिहारी मिश्र, इंडियन प्रेस, इलाहावाद, प्र० सं० नदी० नदी के द्वीप, 'अज्ञेय,' प्रगति प्रकाशन, दिल्ली, प्र० सं०, १९५१ ई० नया० • नया साहित्य : नए प्रश्न, नंददुलारे वाजपेयी, विद्यामंदिर, वाराणसी, २०११ वि० नरेश (शब्द०) 'नरेषा' कवि नागयज्ञ जनमेजय का नागयज्ञ, जयशंकर प्रसाद, लीडर प्रेस, प्रयाग, सप्तम सं० नागरी (शब्द०) नागरीदास कवि नाथ (शब्द०) नाथ कवि नाथसिद्ध० नाथसिद्धों की वानियाँ, ना० प्र० सभा, वाराणसी, प्र०सं० नानक (शब्द०) नासादास (णब्द०) नाभादास संत नारायणदास (शब्द०) नारायणदास निबंधमालादर्श (शब्द०) निबंधमालादर्श (म०प्र० द्विवेदी) निश्चलदास (शब्द०) संत निश्चलदास जी नील० नीलकुसुम, रामधारी सिंह 'दिनकर', उदयाचल, पटना, प्र० सं० नुपशंभु (शब्द०) शिवाजी के पुत्र महाराज शंभाजी नेपाल. नेपाल का इतिहास, पं० बलदेवप्रसाद, वेंकटेश्वर प्रेस, बंबई, १९६१ वि० पंचवटी पंचवठी, 'भैथिलीशरण गुप्त, साहित्य सदन, चिरगांव, झांसी. प्र०सं० पजनेस० पजनेस प्रकाश, संपा० रामकृष्ण वर्मा, भारत जीवन यंत्रालय, कापी, प्र० सं० पारिजात पार्वती पाणिनिकालीन भारतवर्ष, वासुदेवशरण अग्नन वाल, मोतीलाल बनारसीदास, प्र० सं० पारिजातहरण पार्वती, रामानंद तिवारी शास्त्री, भारतीनंवन, 'मंगलभवन, नयापुरा, कोटा (राजस्थान), प्र. सं०, १९५५ ई० पाश्चात्य साहित्यालोचन के सिद्धांत, लीलाधर गुम, हिंदुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, प्र० सं०, पा० सा०सि० १९५२ ई० पिंजरे० संत नानक गुरु पूर्ण (शब्द०) पू०म० भा० पृ० रा० पिंजरे पी उड़ान, यशपाल, विप्लव कार्यालय, लखनऊ, १९४६ ई० पूर्ण कवि पूर्वमध्यकालीन भारत, वासुदेव उपाध्याय भारती भंडार, लीडर प्रेस, इलाहाबाद, प्र० सं०, २००६ वि० पृथ्वीराज रासो [५ खंड], संपा० मोहनलाल विष्रगुलाल पंड्या, श्यामसुंदर दास, ना०प्र० समा, काशी, प्र० सं० पृथ्वीराज रासो [४ खंड ], सं० कविराज मोहनसिंह, साहित्य संस्थान, राजस्थान विश्व- विद्यापीठ, उदयपुर, प्र०सं० पोहार प्रभिनंदन ग्र०, संपा. वासुदेवशरण पग्रवाल, अखिल भारतीय ब्रज साहित्यमंडल, मयुरा, सं० २०१०वि० प्रगतिशील (वादी) साहित्य । पु० रा० (उ०) पोद्दार अभि० प्र० प्र० सा०