मित्रकी - 'मंगनी'। माहेनी- गा। मित-मा पु० [ म० मित्र ] २० 'मित्र'। उ०-- (क) यालो माहेश्वर'-, . मग गयी । महर का। और मित को मेरो मिट्यो मिलाप । -मतिराम (गद०)। माया'--- TTTTTT नाम। २ । उपपुग TT (ख) तू हेरे भीतर मी मिना । मोई कर जेहि लह न चिंता । नाम : 7 नान जिनमें व गौर व्यजन जायनी (गन्द०)। गयाप्रमागर्मशिया गरा। मिदर-सज्ञा पु० [म० मन्दिर] 70 'मदिर' । उ०—गुटी मिंदर विशेषगापिय लोगा या विखार है कि ये नूत्र पिय जी वंठा माया वहाँ जाय दरमन कीजै ।-रामानंद०, पृ० २८ । पन्न नमरमर में निफने थे। ये हैं मिवर सग पु० [अ० मेवर ] दे० 'मेवर' । उ०—राजा करो, राय पर।हर । माट, ग्रीन् । त्यवग्ट् । नम्। बमङ वहादुर करो, कामिल का मिंबर करो हम तुमको प्रणाम करते गगाम् कनन। पाए। जनारदम् । सफछठयचटतन् । हैं।-भारतेंदु ग्र०, भा० ३, पृ० ८५७ । गसमर । मिमिण-ना पुं० [ स० मिश्मिण ] एक प्रकार का रोग । नकिया- ५. मप्राय पा का भेद । एरा यार का नाम । कर बोलना । उ०—मिमिण कहिए गिनगिनाय कर नाक से मागिन । बोले । यह भी रोग है। -मावव०, पृ० १४४ । मारवरी-20 म० ] ? उगा । २ एक मातृका का नाम। मिहदी-सझा नी० [ सं० मेन्धिका ] दे० 'मेहंदी' । ३. संत नाम । ४ यवतिस्ता । शपिनी लना (२०) । नरीमनाम। श्या की एक जाति । मिआद-सरा सी० [अ० मीश्राद ] दे० 'मोसाद' माहिद-मा [पा० मा ए हिंद ] , भारतीय चद्रमा । मिआदी-वि० [हिं०] दे० 'मीमादी' । ना। निम्नान रा चाँद । • एक ममानपूर्ण खिताब मित्रान'-वि० [हिं० मियाना ] दे॰ 'मियाना"। ओरिसदनी पा यिा गया था। उ०- यथार्थ खिताब मित्रान-सज्ञा पुं० दे० 'मियाना"। 'माग्दि' शर्मा भाग पद प्रदान पिया।- प्रेमघन०, मिफद-मज्ञा नी [ फा मिकश्रद] मलद्वार। गुदा । भा० २, ३. मिफदार-मशा मी० [अ० मिकदार ] परिमाण । माया। माना मा- [हि ] ' 'माई' । जैसे,—यह दवा ज्यादा मिकदार में नहीं खानी चाहिए । मिगनी-07 [7] मिकनातीस-मा पु० [फा०] चुपक पत्थर । मिगी-7 . [fro]... 'मीगी'। उ० --निंगी गी मिगी मिकराज राजा मी० [अ० मिकराज, मिक्राज ] ऊर्तनी । कतरनी। पारिरी पागगरोदर विदार |--कवीर श०, भा०४, कंची को०)। ० २२1 गिफगजा-मज्ञा पुं॰ [य० मिकराज़ह, ] १ वह तीर जिगो फल मिजारी - "" [म माशि ] पिन्नी । ३०-मूग गिजारी मे दा गमि हो । २ पकार की मिठाई। ३ कुश्ती का एक पनि । नाय गृर मिति उनटी चीनी ।-प्राण०, दांर । ना। मिकाडो-मशा . [ जा० ] जापान के मम्राट् को उपाधि । मिट'- पु [40] . या स्थान जहा मिमी ढलते हा । टमा प्रगरा बरिया मोना । टामाची गोना। मिक्सचर-मा पुं० [अ० ] नरल पीपय जिममे कई गोपनियां मिटी--- मिट'। मित्री हो । मिश्रित प्रौपच । जैसे, विनाइन मिक्मचर। मिटयारी - 1:** (109) 'मेट'। मिग--मज्ञा पुं० [म० मृग, प्रा० मिग] मृग । हिरन । पए जमादार पूरि 7 मव मिळवारी।-नद मिगम्सर-मा पु० [M० मृगशीर्ष ] दे० 'मार्गशीर्ष' । उ०- प्रस, पृ०२०। माम मिगन्गर द्वादशी, उन पुड पर अंधियार ।-ग. Fo, मिसाई-- - [fr. मीना] १ नीटन या मीजन न मिया पृ००२८। मा .मागी मरगे। देणी चोट की छपाई मिचकना-क्रि० प्र० [हिं० मिचमा ] १ (प्रांगो का ) बार बार - प्रिया जा पटे पा मापने उपात और चीन से सुनना पीर बद होना। २. (पनको का) झपाना या पद होना। विरोग- पान: मी गानार मे पुष्ट रेंटी गा तत मिचकाना - मि० म० [हिं० मिचना ] १ बार बार (पा) और गाएर घोर ममाले गरे जाते है, योजना प्रौर बद करना । २ (पला ) भाराना या यद औरागनीन दिन नया भिगोया करके दबाना । जैसे, प्रायें मिलातना । जापान'ने पर प्रकाती नीन भी सयोकि०-देना । लेना। 027निगराधोनी यसमजा मिथकी-| 7 [हिं० मिचना ] पल को पी कपको । पलको 11:मादार जाता गा मिनना। 30-मधुर मिगमिगी सो मिची दे, जाहि हितायन ।- पीदार अभि० प्र०, पृ० ८६५ । [ य. मिनट PG
पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/१५५
दिखावट