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पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/१६

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११ हनुमान फवि हनुमन्नाटक (शब्द०) हनुमन्नाटक हिंदी प्रदीप (शब्द०) हिंदी प्रदीप हनुमान, हनुमान कवि हिंदी प्रेमगाथा० हिंदी प्रेमगाथा काव्य संग्रह, गणेशप्रसाद द्विवेदी, (शब्द०) हिंदुस्तानी एकेडमी, इलाहावाद, १६३६ ई. हम्मीर. हम्मीरहठ, सपा० जगन्नाथदास 'रत्नाकर,' हिंदी प्रेमा० हिंदी प्रेमाख्यानक काव्य, डा० कमल कुलश्रेष्ठ, इडियन प्रेस लि०, प्रयाग चौधरी भानसिंह प्रकाशन, कचहरी रोड हिं० प्र०चि. ह. रासो हम्मीर रासो, सपा० डा० श्यामसु दरदास, हिंदी काव्य मे प्रकृतिचित्रण, किरणकुमारी ना० प्र० सभा, काशी, प्र० स० गुप्त, हिंदी साहित्य समेलन, प्रयाग हग्जिन (शब्द०) कवि हरिजन हिं० सा० भू० हिंदी साहित्य की भूमिका, हजारीप्रसाद हरिदास (शब्द०) स्वामी हरिदास द्विवेदी, हिंदी म य रत्नाकर कार्यालय, बबई, हरिश्चद्र (शब्द०) भारतेंदु हरिश्चद्र तृ० सं०, १९४८ हरिसेवक (पशब्द हरिसेवक कवि हिंदु० सभ्यता हिंदुस्तान की पुरानी सभ्यता, बेनीप्रसाद, हरी घास हरी घास पर क्षण भर, अज्ञेय, प्रगति प्रकाशन, हिंदुस्तानी एकेडमी, प्रयाग, प्र० स० नई दिल्ली, १९४६ ई. हित हरिवश (शब्द०) वैष्णव सत हित हरिवश हर्षचरित एक सास्कृतिक अध्ययन, वासुदेव- हिमकिरीटिनी, माखनलाल चतुर्वेदी, सरस्वती शरण अग्रवाल, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, प्रकाशन मदिर, इलाहाबाद, तृ० से० पटना, प्र० स०,१६५३ ई. हिम त० हिमतरगिणी, माखनलाल चतुर्वेदी, भारती हालाहल हालाहल, हरिवशराय बच्चन, भारती भहार, भडार, लोडर प्रेस, इलाहाबाद, प्र० स० प्रयाग, १९४६ ई० हिम्मत हिम्मतबहादुर विरुदावली, लाला भगवान- हिंदी आलोचना दीन, ना० प्र० सभा, काशी, द्वि० स० हिंदी का० हिंदी काव्य की प्रतश्चेतना हिल्लोल हिल्लोल, शिवमगल सिंह 'सुमन', सरस्वती हि० का०प्र० हिंदी काव्य पर प्राग्ल प्रभाव, रवींद्रसहाय प्रेस, बनारस, द्वि० स० वर्मा, पद्मजा प्रकाशन, कानपुर, प्र० सं० हुमायूं हुमायूनामा, अनु० प्रजरत्नदास, ना० प्र० हिं० क० का० हिंदी कवि भौर काव्य, गणेशप्रसाद द्विवेदी सभा, वाराणसी, द्वि० स० हिंदुस्तानी एकेडमी, इलाहाबाद, प्र० स० हृदय हृदयतरग, सत्यनारायण कविरत्न हिं० ना० हिंदी के नाटक हृदयराम (शब्द०) कवि हृदयराम o हिम कि० हिंदी भा० [ व्याकरण, व्युत्पत्ति प्रादि के संकेताक्षरों का विवरण । TO इव० o उ. पक० रूप उच्चा० उडि० उप० अनु० अनुध्व० अनु० मू० अनुर० अप० अग्रेजी अरबी भकर्मक रूप अनुकरण शब्द अनुध्वन्यात्मक अनुकरणार्थमूलक अनुरणनात्मक रूप अपभ्रश अर्धमागधी अल्पार्थक अवधी अव्यय इतालवी इवरानी उदाहरण उच्चारण सुविधार्थ उडिया उपसर्ग उभयलिंग एकवचन वनड भाषा कहावत उभय० प्रधं मा० एकव० कनाही कहावत काव्यशास्त्र [को०], (को०) प्रल्पा० काव्यशाम्भ प्रव अन्य कोश स प्रव्य. इता. सभाव्य व्युत्पत्ति अनिश्चित व्युत्पति 1