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पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/१७६

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मीठा ३६३५ मीठी नींद कुडा। न हो । साधारण या मध्यम श्रेणी का । मामूली । ५. जो तीन ही समान होते हैं जो पाने रहने पर हो, और पकने पर काले या अधिक न हो । हलका | मद्धिम । मद । जैसे,-याज मवेरे हो जाते हैं। उनम दोनीजमले। जन बनास में इनके से पेट मे मीठा मीठा दर्द हो रहा है। गुच्छो मे न्छोटे छोटे फूल लगा।नकी जद, छान पौर यौ०--मीठा मीठा हलका हलका । मद । जैसे, दर्द । पत्तियां योग्य न मे ग गाती । द्यक मे में चम्परा, ६ जिसमे पुस्त्व न हो, या कम हो। नामर्द । नपुसक । ७ जो कजुमा, कमला और दार, जानीर, गा प्रादि का नागक गुदाभजन कगता हो । पौधा । जो बहुत अधिक सुशील माना गया है। हो । किसी का कुछ भी अनिष्ट न करनेवाला। बहुत अधिक मीठा पानी-1 पु० [हिं० मीठा - पानी ] नीला गरेजी सत सीवा । जैसे,—इतने मीठे न बनो कि कोई चट कर जाय । मिलामा पानी जो नामागे दोनता में मिनता है। ६ प्रिय । रुचिकर । जैसे, मीठे वचन, मीठी बात । उ:- लेमने। वह चाहता है कि हम सबसे मीठे बने रहे। मीठा पोइया-- ५० [हिं॰ मीठा - पो.या ] घोडे की यह चाल मीठा-सशा पुं० १ मीठा खाद्यपदार्थ । मिठाई । २. गुड । ३ जो न बहन नेज हो और न पहत धीमी। हलुया । ४ एक प्रकार का कपडा जो प्राय मुसलमान लोग मीठा प्रमहश पुं० [हिं० गोट -- १० पमेह ] मधुमेह । पहनते है और जिसे शीरीवाफ भी कहते है। ५ मीठा तेलिया । सीटा वरसा पु० [हिं० सीस ] वाले नवग्था वछनाग नापक विप । ६ मीठा नीबू । का अठारहवा और कुछ नानी के विचा, ने नेता जग जो मीठा अमृतफल पु० [हिं० मीठा+ अमृतफल ] मीठा उनके लिये ठिन समझा जाता। मीठा पाता चकोतरा। मीठा भात-मा पु० [हिं० मोठ + भात ] दे० 'मीठा चारत'। मीठा श्रालू-मज्ञा पुं० [हिं० मीठा + अालू ] शकरकद । मोठा ग्पिसमा पु० [हिं० मीठ + 10 निप] नाभ । नटनाग । मीठा इद्रजौ-सञ्ज्ञा पु० [हिं० मीठा + इदजी , उष्ण कुटज । काली मीठा साल-स" पु० [हिं० मीठा-का० साल . 'मीठा बरस'। मीठा कद्दू-सज्ञा पुं० [हिं० मीठा + कद्दू ] कुम्हडा । मीठी-वि० सी० [हिं०] ३० 'मोठा"। मीठा गोखरू-मज्ञा पुं० [हिं० मीठा + गोखरू ] छोटा गोखरू । मुहा० - मीठी को खट्टी मान लेना अन्त्रथा बुद्धि होना । और मीठा चावल-सञ्ज्ञा पुं० [हिं० मीठा+चावल ] वह चावल जो का और समझ लेना। कुछ का कुछ नमन लेना। उ०- चीनी या गुड के शरवत में पकाया गया हो । जाति को है यगर जिला ना। तीन मीठी को मान ले मीठा जहर-सज्ञा पुं० [हिं० मीटा+अ० जहर ] वत्सनाम । बछनाग खट्टी। -तुमने०, पृ० ५६ । मीठी खरखोडो-ना मीठी+सरसोती] पीली मीठा जीरा-मञ्ज्ञा पु० [हिं० मीठा + जीरा ] १. काला जीरा । २. जीवती । स्वर्ण जीवती। मीठी गाली-मा स्ली० [हिं० मीठी -- गाली ] मथुर गाली। मीठा ठग-सञ्ज्ञा पुं० [हिं० मीठा - ठग ] झूठा और कपटी मित्र | वह गाली जो प्रप्रिय न लगे। जैसे, विवाहादि के अवसर पर जो ऊपर से मिला रहे, पर धोखा दे । गाई हुई गाली। मीठा तवाकू-सया पुं० [हिं० मीठा + तवाफू ] तबाकू जो कढी न मीठी छुरी-नशा नी० [ हि० माट+गे] १. यह जो देखने मे हो । तीखापन दूर करने के लिये जूसी मिली तवाकू । गित्र, पर वास्तव मे "। विचारघातक १२ वह जी मीठा तेल-सज्ञा पुं० [हिं० मीठा+तेल ] १ तिल का तेल । २ देखने में नीया पर वारता मे बातोपाटी । युटिन । पोस्ते के दाने या खसखस का तेल । मुहा०-मीठी दुग चनाना - मिासातमा पट करना । मीठा तेलिया-मश पुं० [हिं० मीठा +तेलिया ] बछनाग । वत्मनाभ उ.-हमारे हित के मूल है 15ो धुरी बात है।-ऐगघन०, भा० २, पृ०२१२॥ मीठा नीव - सक्षा पुं० [हिं० मीठा + नीवू ] जमीरी नीवू । चकोतरा। मोठी तू बी-उस रसी० [हिं० पीठी है वो मीठा नीम-मश पुं० [हिं० मीठा+नीम ] एक प्रकार का छोटा मोठी दियार - R० [हिंी :- felt Tीन । वृक्ष जो प्राय सारे भारत मे पाया और कही कही लगाया जाता है। मोठी नजर हि बाटी-20 700 में, की गिगा । प्रेमभरी नज-1 विशेप-इसमे एक प्रकार की मीठी गध निकलती है। इसकी छाल पतलो और खाकी रंग की होती है और पत्ते बकायन या मीठी नींद -० [ff नीट. मौनी । म नीम के पत्तों के समान होते हैं। इसके फल भी नीम के फन के और नितिनताकानी। --नोर ८-२१ विप। बी० [हिं० सौंफ। विप।