पृष्ठ:हिंदी शब्दसागर भाग 8.djvu/४८१

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एपेशद्र- लघुचिभिंटा ४२४२ लघुगीत लघुचिभिटा-सज्ञा स्त्री॰ [ म० ] राफेद इद्रायन्न । लयुपास-मा पुं० [१०] वर पाय पार्य जो गज में पा जाय । वारुणी [को०] । लघुपारी- पु. [ 10 गलतिना नाम पदन्न । लघुचेता- सश ५० [म० लघुचेतस् ] वह जिगके विचार बात की तुछ लघुपातो 77 Yo [ ५० वा तानि । ११ । और बु. हो नीच । लपिच्छिल -17 [i0 ] गापा । लघुच्छदा-राजा पी० [ 10 ] महा शतावरी । परी गायर | लघुपुर-.: पु० [17] पद । लघुजगल-सा पुं० [ सं० लघुजलल ] दे० 'लघुजाग' [io | लपुत्पा-में 10 ir | म नका। लघुजल-सज्ञा पुं० [सं० ] लवा नामक पक्षी। लघुश्यन्न -[] । लघुजागल-सक्षा पु० [ म० लघुजागल ] लवा नामक पक्षी। लघुफ्ल-० [ 12 ] गूजा । लघुतम-वि० [ ] गनमे छोटा । लवुधदर - it. [ 10 ] [ मी० वामगानयेगे यौ०-लघुतम समापवर्त्य = २० नघुत्तमापपर्ग'। लघुता - सज्ञा सी० [सं०] १ लपु होने का भान । छोटाउन । नापा। लगुनाशो - नाग [१०] जनाभवा । गुदमपमा । चालो fo) । २ हलकापन । तुच्छता। लघुभव- [ #० ] in En या ना काट में जन्म लाना। लघुताल- पुं० [ सं० ] सगीत मे एका तात [को०] । लघुभुक्- ( म० रघुज उपभाग लघुतिक्त-मा पु० [ म० ] गुरदा मग । लघुभोजन-1 to [ १० ] 7 नागा । प्रवाहार । लघुतुपक-ज्ञा स्त्री॰ [ स० लघु+हिं० तुक ] तमना । पिम्नांन । लगुमय-० [१० नगुपन्य बोटो गीगे। लघुत्तम-सज्ञा पु० [ सं० लपुनम ] गणित गरी एक निगा। लधुरागा- लघुमति-4 [ म० Jघाटा ममम माता । गमसमझ । मूप । पवर्त्य लघुमांस-- ३० [ म० | नोतर नामा । लघुत्तमापवर्त्य- -पग पुं० [सं०] वह सवीं बोटी गन्या जोरा या अधिक सख्यानो मे से प्रत्येक को पूरा पूरा भाग दे सके। लघुमासी- [ ४० ] पाटो जटामांगी। लघुत्व-सश पुं० [सं०] १ लघु हान का भार । लघुता । २ हलफा- लघुमान-मसा पुं० [सं० ] नायिता का वह मान या मना रोष जो पन । छोटापन । तुच्छता। नायर को रिसमी गरीन्ली में बातचीत कररी देवकर उतान्न होता है। लघुदती-सज्ञा स्त्री॰ [ सं० लघुदन्ती ] छोटी दती । विशेष २० टती' । लघुदुदुभी-सा ग्पा [ #० लघुटु दुभी ] एक प्रकार की घाटी लघुमूल-TI पं० [ गित मे ममीकरण तो न्यूनतर संख्या दुदुमी । दुग्गी। या पदो०] । लवुमूलक-मश पुं० [सं० ] मूनी (को०)। लघुद्राक्षा-सञ्ज्ञा स्त्री॰ [ ] किशमिश । लघुद्रावी-वि० [ स० ] मरलता मे द्रवण होने या गतीवाला (फो०] । लघुमेरु--सरा 4. [ 10 ] संगीत में एक तान [यो०] । लघुनामकर्म--सज्ञा पुं० [सं० ] जनियो के अनुसार वह कर्म जिसस लघुलता--मरा मो. [ 10 ] ६ फरेले की ये । २ प्रनतमून । जीव का शरीर न तो बहुत भारी होता है और न बहुत हलका लघुलय--सा पुं० [सं०] १ उशोर । गम। २ पीना याना या होता है, बल्कि साधारण सम विभक्त होता है। नामज (लामजय) नाम को घाम । लघुलोणिका-नशा पो० [सं० ] नोनी का माग । लघुनामा-सज्ञा पुं॰ [ स० लघुनामन् ] अगर नामक गुगधित लकड़ी। लघुनालिका सञ्ज्ञा स्त्री॰ [सं० ] तुपक । छोटी बदूक [को०) । लघुवासा-१० [सं० लपुवामम् ] हल्का प्रथया निशुद्ध वस्त्र धारण लघुपचक - सज्ञा पुं० [ स० लघुपञ्चक ] शालिपर्णी, पिठान, कटाई लघुविक्रम--वि० [सं० ] द्र तगामी । जल्दी चलनेवाला (फो०] । (छोटी), क्टेहरी (वढी) और गोखरू इन पाचा को जटो का लघुवृत्ति--वि० [सं०] १ दुविनोत । बदतमोज । २ हनका । छिचना। समूह जा वंद्यक के अनुसार पाचक, वलकारक, ग्राहक और ज्वर, श्वास तथा अश्मरी आदि को दूर करनेवाला माना जाता है। ३ अव्यवस्थित । वेढगेपन से पिन्न [को०) । लघुवेवी--वि० [सं० लघुवे,पन्] ठोक, शोघ्र और लक्ष्य भेद करनेवाला । लघुपचमूल-सञ्ज्ञा पुं॰ [सं० लघुपञ्चमूल ] दे० 'लघुपचक' । चतुर निशानेबाज (को०)। लघुपत्र - सशा पुं० [सं० ] कमीला । लघुशका-सशा स्त्री॰ [ मं० लघुशङ्का ] मूगोत्रार्ग । पेशाय करना । लघुपत्रिका-सज्ञा स्त्री॰ [ ] रोचना नामक वृक्ष (को०] | लघुशख-सपा पुं० [सं० लघुशख] पापा । लघुपत्री -सधा खी० [ लघुशिसर-सरा पुं० [सं० सगीत मे एक प्रकार का ताल । लघुपर्णी-पक्षा स्त्री॰ [सं० ] १. मूळ । मरोडफली। २ शतमूलो। इसे 'लघुशेखर' भी कहते हैं। लघुशोत-संज्ञा पुं॰ [ स० ] लिसोडा । ca स० फरनेवाला [को॰] । GO स० अश्वत्थ वृक्ष। सतावर।