पृष्ठ:हिंदुई साहित्य का इतिहास.pdf/४३७

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२८२ ] हिंदुई साहित्य का इतिहास स्कूलों के लिए रचित और उत्तरपश्चिम प्रदेश में हर जगह प्रयुछ हिन्दी का भूगोल ; ४. ‘छोटा भूगोल हस्तामलक' पृथ्वी, हाथ में चुल्लू - रंगीन चित्रों सहित संक्षिप्त भूगोल बनारस, १८५६, ६४ अठपेजी पृष्ठ उत्तरपश्चिम प्रदेश के शिक्षाविभाग द्वारा प्रकाशित ; कई उसके संस्करण हैं; ५. बाल वोध’—बच्चों का ज्ञान, डब्ल्यूयू एडवर्डस कृत English Manuscripts’ शीर्षक रचना से अनूदित एक प्रकार की प्राथमिक पुख्तक और जिसके कई संस्करण हैं ।. अन्य बातों के अतिरिक्त, उसमें शिक्षाप्रद किस्से हैं। ६. विद्यांकुर--विद्याओं का सार- अथवा अध्ययन के लिए भूमिका ७. तारीख’ या ‘तबारी-ब-इ ओ बहार' ( १८४५. (उर्दू रचना) ८, ‘जाम जहाँनुमा'-3 ( ‘भूगोल वृत्तान्त' को उर्दू अनुवाद, १८५४,१८६०). ..... . छोटा जाम जहाँनुमा( १८६०- उर्दू )... १०. अँगरेजी अक्षरों के सिखाने की उपाय'--अँगरेजी वर्ण- माला के अदरत को सिखाने की विधि, बनारस के १८६०, २० अठवेजी प्रष्ठ ; ११. (टी० डे॰ व प्रसिद्ध रचनाSandford and Merton१३ का किरसा-इ सैंडफोर्ड श्रो मेर्टन’ शीघ्रक से उर्दू अनुवाद१८६९, १८५५) १ पंडत वर्ग के मुसलमानों के अनुसार, इससे उस जादू के प्याले की ओर संकेत है जो यूसुफ के पास था। २ यह रचना, जो खास तौर से बच्चों के लिए है, संक्षेप में बरती ( Benguin ) द्वारा अनूदित हुई है. और जो उनकी रचनाओं में है । टू