पृष्ठ:हिंदू राज्यतंत्र.djvu/१३६

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(१०५) अधिकारी हैं । कदाचित् हमें यहाँ यह बतलाने की आवश्य- कता नहीं है कि पाटी की शासन-व्यवस्था में भी यही बात थी। कठ लोगों में इस संबंध की शिशुओं की जो परीक्षा हुआ करती थो, वह उनके जन्म के दूसरे मास में होती थो (स्ट्रो)। एरियन (५. २४.) ने दो और भी ऐसे नगर राज्यों का उल्लेख किया है जिनमें प्रजातंत्री शासन-व्यवस्था थी, पर उनके नाम नहीं दिए हैं। ६६४. सिकंदर जब Hyphasis या व्यास नदी के तट पर पहुँचा, तब उसने सुना कि नदी के उस पार एक ऐसा देश है जो बहुत अधिक उपजाऊ है और जहाँ के निवासी बहुत अच्छे कृषक हैं, युद्ध करने में बहुत वीर हैं व्यास के तट पर एक और जिनमे बहुत ही सुंदर स्वतंत्रशासन- बड़ा प्रजातंत्र प्रणाली प्रचलित है। वहाँ सर्वसाधारण का शासन सरदारों आदि के द्वारा हुआ करता है और

  • . "यहाँ वे शिशुओ का मान और लालन पालन उनके माता-पिता

की इच्छा के अनुसार नहीं करते, बल्कि उन अधिकारियों की इच्छा के अनुसार करते हैं जो शिशुओ की शारीरिक परीक्षा के लिये नियुक्त होते हैं; क्योकि यदि वे परीक्षक लोग यह कह देने है कि शिशु का कोई अंग विद्रुप अथवा त्रुटिपूर्ण है, तो सार्वजनिक अधिकारी उन शिशुओं को मार डालने की आज्ञा दे देते हैं ।” मैकिंडल कृत Invasion of India. by Alexander the Great,पृ० २१६. डायो ० पृ० २८०. कथइयों के कानून के लिये देखो स्टूबो १५.३०. इस कानून के अनुसार अंतिम प्राज्ञा मजिस्ट्रट या नगर के प्रधान अधिकारी सुनाते थे।