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पृष्ठ:हितोपदेश.djvu/११७

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इस खण्ड की कथा-सूची V ?. समबल शत्रु से सन्धि करे। २. मित्रों का कहना मानो। ३. भविष्य का विचार करो। ४. उपाय के साथ अपाय भी सोचो। ५. नीच न छोड़े नीचता। ६. मुख में राम बगल में छुरी। ७. शेखचिल्ली। ८. सलाह से काम करो। ६. धूर्तो का चक्कर । १०. संगति का असर। ११. जैसा रुपया वैसा काम । १२. बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताए।