पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष अष्टादश भाग.djvu/१३८

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मुसलमान १३५ आजिज के शासनकाल ( ७१७७२० )-में जोर्जन और , आदि खलीफोंने साहित्य जगत्में ऊंचा स्थान प्राप्त । तत्रिस्थान राज्य मुसलमान साम्राज्यके अन्तर्गत हुए। किया था। इनका राज्य काल भी मुसलमानोंकी शक्ति- . उमारके वंशधर रे येजिद (७२०७२५) और पोछेके | वृद्धिका शानदार नमूना है। खलीफों को शासन-शक्तियोंके ह्रास होनेके कारण और मानसिक चित्तपत्तिके उन्नति साधनमें एकान्तिक हेसामके राज्यलाभकी बलवती आकांक्षासे मुसलमान आशक्ति होनेके कारण अव्वासवंशीय राजे निजनप्रिय राज्यों में अन्तविप्लव उपस्थित हुभा । विशृङ्खल और विलासी हो गये । राजकार्यमें शिथिलता दिखाई शासनके कारण प्रजा वागो हो उठी। इससे खलीफा देने पर मुसलमानोंके प्रतिनिधियोंने आपसमें गृहविवाद पदके लिये लालायित दूसरे नेताओंको मुसलमान- खड़ा किया । क्रमशः धोरे धीरे इस विवादने जड़ समाजका नेतृत्व करनेका सुअवसर हाथ लगा । सन् | पकड़ लिया। वुगदादकी राजशक्ति उस समय बाहरसे ७२४से ७४३ ई में खलीफा हेसामके राजत्वकालमें अक्ष पण दिखाई देने पर भी भीतरसे खोखली हो रही मुसलमानोंके विजयी भुजा पहले पराजित हुई। सन् ' थी। साम्राज्यके सुदूर प्रदेशमें पहले पहल वलवेकी ७३२ ई में पैटियरके युद्ध में मुसलमान सेनापति अब्दुर-, आग भड़क उठो । अवदुर रहमानके स्पेन राज्यमें रहमान-विन अवदुला चार्ल्स मार्टेलेसे पराजित हुए । इस , स्वतन्त्र स्वाधीन उस्मैयद राज्यका स्थापन इसका युद्धके वाद यूरोप महादेशमें अरववासियोंका अक्षुण्ण प्रारम्भ है । इस दृष्टान्तको अवलम्बन कर अन्यान्य प्रताप क्षीण हो गया । लाङ्गो-एडकर श्रीदे नदी तीर स्थानोंके मसलमान धर्मप्रतिनिधियों ने स्वाधीन होना तक मुसलमान राज्यको सीमा निर्धारित हुई। चाहा। ___ इसके बाद ७४६ ई०में जब अब्बासवंशने धर्मप्राण विद्यानुरागी और विलासी अब्बासवंशीय खलीफों- मुसलमान-समाजका नेतृत्व लाभ किया, तव मोस्मैयद- ने इस राष्ट्रविप्लवके समय वहां अपना रहना विपद् के वंशधर बड़े निष्ठुर भावसे मारे गये थे। इस वंशका जनक समझ कर अपनो तथा अपने सिहासनको रक्षाके एकमात्र राजा अव्दुर रहमान-विन् मोयावियाने स्पेन लिये तुर्काको पहरेदार नियुक्त किया और प्रधान राज्यमें भाग कर अपनी जान बचाई और वहांके कॉम' प्रगन मन्त्रियों ( अमोर-उल-उमरा )-के प्रति जरूरतसे नगरमें ७५६ ई०में उस्मैयदने राजपाटकी स्थापना कर अधिक क्षमता दे कर उनके हाथ राज चलानेका भार भी खलीफ'का पद ग्रहण किया। | सौंप दिया। . अब्बासवंशके अधिकारके समय धुगदाद नगरमें ____राज्य शासनके इस तरहकी व्यवस्थाके कारण राजपाटका बहुत कुछ परिवर्तन हुआ। अनेक परिश्रमसे तथा सेलजुक तुर्क वंशके आक्रमण और राज-कार्यों और भी कई राज्य मुसलमान साम्राज्यमें मिला लिये गये तुर्कोका प्राधान्य होनेके कारण खलीफा नाममात्रके नेता थे। भूमध्यसागरके कोट, कसिका, सार्डिनिया और रह गये । सन् १९५८ ईमे हुलाकु द्वारा बुगदाद पर सिसली द्वीप भी अफ्रिकाके मुसलमान शासनकर्ताके | आक्रमण कर अधिकार कर लेनेसे अव्वासवंशका अन्त अधीन हो गये। हुआ । पूर्ववत्ती खलीफोंने अपने अपने वीर्यके प्रभावसे ओस्मैयदवंशीय खलीफा मोवियरने दमश्क नगरमें सभ्यजगत्में राज्य प्रतिष्ठा कर जैसा सुयश पैदा किया राजधानी स्थापित की, इससे और पिछले अव्यासवंश- था, इस अवासवंशने भी शिल्पविद्या और साहित्यके के गदाद नगरकी प्रतिपत्तिके समय तक मुसलमान सम्बन्ध विशेष आग्रह और अनुरोध दिखा कर जातिका अभ्युदयक्षेत्र अरव राज्य समूचे मुसलमान विद्वन्मण्डली और सभ्य समाजसे वैसी ही प्रशंसा | साम्राज्यका एक नगण्य प्रदेश बन गया है। यह शीघ्र प्राप्त की थी। मनसूर, हारुण-अल-रसीद और मामून् | ही कई सामन्तराज्यों में विभक हो गया। सव विभागों में