पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/२१७

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वायुवेग-वार (३) पनिमोमिटर ( Anermometer)-इस यन्त्रसे | वाय सत्र (सं० पु० ) वायोः सखा ( राजाहः सखिभ्यश्च । घायुको गति नापी जा सकती है। दार लिएड ( Dr. | पा ५४६१) इति टच । अग्नि, माग। (मरत ) Lind) और डायर रविनसन (Dr. Robinson) निर्मित | वाय साख (सं० पु.) घाय: सबा यस्य, इति यिप्रदे टच एनिमामिटर वर्तमान समय में प्रचलित है। समासाभायः। (अनह सौ । पा १६३) इति अनटा. देशः। अग्नि, आग। ( अमर ) . (४) हाइप्रोमिटर (Hygrometer)-इस यन्त्रसे वायुः वायु सूनु (सं० पु.) यायो सूनुः। १ वाय पुत्र हनूमान् । को आर्द्रताका परिमाण स्थिरोकृत होता है। स्कोयाकहो. २भामा फार ( Schvackholer) या स्वेनसनके (Sureuson) | वाय स्कन्ध (सं० पु०) वायु देश, पाय स्थान । जहां वाय प्रस्तुत किये यन्त ही इस समय व्यवहृत हो रहे हैं। बहती हो। (५) रेनगेज (Rain gauge)-इस यन्त्रसे वृष्टिका पायुहन (सं० पु०) एक ऋषि जो मङ्कण ऋपिक तृतीय पुत्र परिमाण निणीत होता है । नुपारपातके परिमाण निर्णय थे। इनका जन्मवृत्तान्त इस प्रकार है-मडग ऋषि पक करनेके लिपे भो ऐसा यन्स है। पार सरसती में स्नान कर रहे थे। यहां उनको साङ्ग (६) पयरपण | Airiptump)-~यायु निस्कासन यन्त्र ।। सुन्दरो एक नग्न स्रो स्नान करती हुई दिखाई दी। उसे इस यन्त्रसे वायुपूर्ण पात्रको यायु निकाली जाती है। देख कर उनका गोर्या स्खलित हो गया। उस रेतको (७) इभापोरेमिटर ( Evaporonicter )-उन्न वाण उन्होंने एक घड़े में रखा, रखते हो यह सात भागों में मिमता परिमापक | इस यन्त्रसे उद्त वाप्पका परिमाण स्थिरी- | हो गया और उनसे घायुवेग, पायुक्ल, वायुहन, वायु कृत होता है। मएडल, वायुजाल, पायुरेता और वायुना नामक सात क) सनसाइन रिकार (Stunshine Recorder)-इस महषि उत्पन्न हुए। यन्त्रसे सूर्यकिरणका परिमाण निणोंन होता है। जाईन यायहीन (सं० वि०) यायुशून्य, गारोपवायुये. प्रभाधमे माहब इस यन्त्रको उन्नति कर फोटोग्राफिक सनसाइन रहित । रिकार्डर नामफे एक यन्त्रका आविष्कार किया। वायोवस (सं० वि०) ययोधम ( इन्द्र) सम्बग्घीय । (६) नेफाप्कोप ( Nephoshcope ) मेघ और (कात्या०औ० ४।५।१५) गन्यान्य घनीभूत यापको गतिनिर्णय के लिये इस यन्त्रका वायोविधिक (सं० पुं०) पयो अर्थात् पक्षाविषयक विद्या. व्यवहार किया जाता है। मारभिन (Marrin ) सावका को आलोचना करनेवाला। बनाया यन्त ही प्रसिद्ध है। | वाय्य (म० पु०) बम्पपुत्र, सत्ययाः । (भूक १७६१) (१०) पुष्ट काउण्टर ( Dust counter ) याययोय | पाप्यभिभूत (सं० त्रि०) यायुना गभिभूतः । यायग्रस्त, धूलिसंपपा निर्णायक यन्त्र । पडेनवर्गके मिएर जान | वायु द्वारा अभिभून, यायुरोगी। चाप्याम्पद (सं० लो०) यायूनामा मचाणयानं । . एरफिन (John Aitkin) रमपं. आविष्कारक है। आकाशा इसके मिया मागतविज्ञान के परीक्षार्थ और भी गनेक | यारंट (म0पु0) अदालतका एक प्रकारका भापत्र । यन्त्र घायुमण्डलके विविध तथ्य जानने के लिये व्ययात | | इसके अनुसार किमो फर्मचारीको यह काम करनेका | मधिकार प्राप्त हो जाय, जिसे पदन्यया करने में असमर्थ पायुधेग (सं० पु०) यायोगः । यायुका घेग, घायुको गति हो। यह को प्रकारका होता है, जैसे याद गिरफ्तारी, पायुयेगयास (सं० खो०) वायुको भगिनी या सहो.! पारंट तलाशी, वारंट रिदाई भादि । यारंट गिरफ्तारी ( पु.) अदालतका एक भाशापत्र । पायुशर्मा--भाचार्यभेद । (नदरि० १४६२१७) । इस अनुसार किमो कर्मनाराको यह अधिकार दिया याय प (० पु०) महायिशेष, कालगस नामको मछली। गाय कि यद किसी पुरुषको याद कर अदालमेजर गुण-हण, बलकारक, मधुर मौर धातुपदक।। परे। AN. -