पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष एकविंश भाग.djvu/७१८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

६३० . पिश्यषिधालय of Lowdard Lar ) और राभेन्नाके रोमन ला स्कूल में धर्मतत्व, ग्ययस्थातस्य और चिकित्सा तथा निम्न उल्लेखनीय है। १००० ई०मे घोलोगनाका साधारण शिक्षाके सम्बन्धमें फ्रांस, ईगल एड पोछे जर्मनी, . विद्यालय प्रसिद्धि लाभ कर रहा था। सन् १३१३ ई०. पिकाही और नर्गण्डोकी साधारण शिक्षा दी जातो यो।। के लगभग किसी समयमें सुप्रसिद्ध व्यवस्थातत्यक्ष सन् १२५७ ई० में रावर्ट डो० सोरवोन द्वारा पारीनगरी. इरनेरियस (११००-११३० ई.) यहां दोघानी कार्य: के सुपिण्यात सोरधान् कालेज प्रतिष्ठित हुआ। उस विधिको अध्यापना कराते थे। उनसे भी पहले प्रायः | समय विश्वविद्यालय और नाभारफे कालेज, धर्म: POSमें किसी समय पिपो नामके एक अध्यापक | तस्य शिक्षाने विशेष ख्याति लाभ की। सन् १२६२ धान शितिm . "Digest" शिक्षा देते थे। Schulte के मतसे सन् | १०में पारी और वोलोगनाके प्राचीनतम विश्वविद्यालय ११४७ ई०के समकालीन प्रेसियानके निफिटम और पूर्ण निकोलसके आदेशपत्र लेने में बहुत समुत्सुक इसके बाद Corpus Juris Cirilis नामक व्यवस्थापन्य हुए थे। संगृहीत हुए। सन् १९६७ ६८ ई० में ग्ल एडफे भषसफोर्डनगरका. . इस तरह रोमन विधिका प्रयल प्रचार होने पर भी साधारण विद्यालय studiem generaleमें परिणत हुआ। .. सच पूछिये, तो ११५८ ई० तक विश्वविद्यालयकी इससमय पारीसे अंग्रेजछान वाध्य होकर इग्लैण्ड में लौटे. प्रतिष्ठा नहीं हुई थी । १३वीं शताब्दीके मध्यभागमे व्ययः। और अपने अध्ययसायसे शिक्षासोकर्यके लिये उन्होंने स्थातरवालोचनाके विभिन्न केन्द्र पकल हो कर Ultra | अक्सफोर्ड नगरके विद्यालयको उन्नति की। पयोंकि montani गौर Citramontani नामक दोनों Univer. रामास घेकेटके इतिहास पढ़नेसे मालूम होता है, कि sitates के अन्तभुक्त कर दिये गये। इस समय | राजा २रे हेनरीने एक मामा प्रचारित कर इङ्गलैण्डके . Johannes de Varanis प्रथमोक्त और Pantaleon | सव लोगोंको फ्रान्सीसी राज्यसे इंग्लैण्ड में लौर मानेको dc enetiis शेपोक्त शाखाक रेक्टर थे। सन् १२५३ / कहा और इसको भी मनाही कर दो, 'कि कोई भी ई० में ४ हनोसेएटने इस विश्वविद्यालयको नई प्रशस्ति ग्लिश चैनेल पार कर फ्रान्स न जाने पायें। सुसभ्य गदानके समय इनके संगठनके सम्बन्धमें कहा था, फ्रान्सिसियो'ने भी धेटके साथ समाके कलहका "rectores et universitas scholariun Bononien. ! खयाल कर वैदेशिक छात्रों को निकाल दिया। sium" १६वीं शताब्दी में ये दो शाखाए एक रेफ्टरकी सन् १६३१ ई० में आर्क यिशाप लाउने शिक्षाविभागके अधीनता परिरक्षित हुई। नेता हो कर एक अनुशासमके बल पर Hebdomadal बालकों को माइन शिक्षा लिये: Board अमिधेय समितिके हाथमें युनिवरसीटीका कार्य भार सौंप दिया। ध्वी शताब्दी के मध्यभाग तक घेही शिक्षा-समितियोंके सिवा घोलोगनामें चिकित्सा और परिचालक रहे। केम्ब्रिजनगर में उस समय Caput साधारण शिक्षा दानके लिये सुरिष्ट रेफ्टरों की अधी- Senatus नामको एक छोटी समिति थी। . . नतामें एक रेपटर नियुक्त था। सन् .१३०६ ई०में वे सन् १८६३ ई०को राजसनदके वलसे वेल्स प्रदेशके सम्पूर्ण स्वाधोनमावसे विश्वविद्यालय चलानेके अधिः एवारिष्टोपाइथ, कार्डिफ और बागोर, कालेजको एकत्र कारो हुए। यूनिवर्सिटेरिसके सिषा उस समय वहां कर वेल्सको युनिवरसोटो स्थापित हुई। सन् १६०० College of Doctors ot .Civil Lav, College ol

. ई०में पार्लियामेण्टको कार्याविधिके अनुसार मौर

Doctors of Canon Lam, College of Doctors in राजसनदके बल पर पूर्णतन मेसन कालेज पर्मिहाम Medicine and Arts और १३५२ ई० में College of: युनियरसीटो रूपमे परिवर्शित हुमा। सन् १८९८ ई०. . Doctors in theology प्रतिष्ठित हुए। के युनिवरसिटी आय लएडन एषरके अनुसार और ऊपर कहा गया है, कि पारीनगरी में विश्वविद्यालय.. १६०० ईमे कमिश्नरों के अनुशासनके बल पर लंण्डन:- को यथार्थ उन्नति हुई थी। यहां उपशिक्षाके सम्बन्ध- । की युनिवरसिटी कायम हुई।