पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/११

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

& अंगूर शेफा-अंज आजकल भारतवर्षके कश्मीरप्रान्तमें अंगूर अच्छा । अँगेरना, अंगेजना देखो। और अधिक उपजता है। यहां आखिन-कार्तिकके अंगोछना (हिं० कि०) आई वस्त्रसे अङ्गप्रोक्षण करना, महीने में ही अंगूर पकेगा। कश्मीर में अंगूरको तर कपड़ेसे जिस्म पोंछना। मदिरा (शराब) बनाते और सिरका डालते अंगोछा (हिं. पु.) अङ्गप्रोक्षणका वस्त्र, जिस्म हैं। महाराष्ट्र देशमें अंगूर कई तरह का होता पोंछनेका कपड़ा। है। जैसे-आबी, फकीरी, हबशी, गोलकली, अंगोछो (हिं० स्त्री०) अंगोछा देखो। साहबी इत्यादि। अफगानस्थान, बलुचिस्थान और अंगोजना, अंगेजना देखो। सिन्धुमें अंगूर को हेटा, किशमिशी, कलमक, हुसैनो अँगोटना, अगोटना देखी। इत्यादि नामसे पुकारेंगे। कन्धारके निवासी हेटा अंगोरा (हिं. पु.) मच्छर, भुनगा। अंगूरको चूने एवं सज्जीखारके साथ गरम जलमें अँगोरो, अंगारी देखी। डाल “आबजोश" और किशमिशीको धूपमें सुखा अँगोगा (हिं० पु०) पदार्थका जो भाग व्यवहारमें "किशमिशौ” तैयार करते हैं। किशमिशी अंगूरमें | लानेसे पहले हो देवताके लिये निकाल दिया वीज रहेगा। जाये, अँगऊ, पुजौरा। अगूर सुखा कर मुनक्का बनाया जाता है। अंगौरिया (हिं० पु० ) १ जिस हलवाहेको मजदूरो मुनक्का दस्तावर हो तथा ज्वरकी प्यासको मारेगा। न चुकाकर अपना हल-बैल खेत जोतने के लिये दें। द्राक्षारिष्ट आदि कई आयुर्वेदिक औषध इससे बनते २ मजदूरीके बदले हल-बैलको मंगनी। हैं। इसका वैज्ञानिक नाम विटिस विनिफेरा| अंग्रेज., अंगरेज देखो। (Vitis vinifera) है। हकीमोमें इसका विशेष व्यव अँघड़ा (हिं. पु०) नोच जातिको स्त्रीके पैरवाले हार रहेगा। द्राचा देखो। अंगूठे में पहिननेको कांसे का छल्ला। एक तरहको आतिशबाजीको भी अंगूर कहते, अँघराई ( हिं॰ स्त्री०) एक प्रकार का कर या महसूल । उसमें अंगूर जैसी चिनगारियां निकलती हैं। यह पहले पशुओं पर पड़ती थी फोड़ा सूखते समय जो लाल मांस आये, उसे अंगूर अंघस ( हिं० पु०) पाप, इज़ाब । भरना कहेंगे। अँधिया (हिं० स्त्रा०) बारीक कपड़ेसे मढ़ी हुयी अंगूर शेफा (फ.ा. पु०) एक प्रकार को जड़ी। भाटा या मैदा चालने को चलनी, आखा, अंगिया। यह हिमालय पर उत्पन्न होती है। इसे संग अंगूर, अँचरा (हिं. पु०) अञ्चल, पल्ला । तथा गिरिबूटी भी कहेंगे। वैद्यकशास्त्रके मतानु- | अँचला (हिं० पु० ) १ अञ्चल, पल्ला । २ कपड़े का जो सार इसका मूल और पत्र वायुको पौड़ा तथा टुकड़ा साधु अपनी नाभिपर धोतीको जगह लपेटते खासको मिटाता है। हों, तहमत । अंगूरी (फा० वि०) १ अङ्गरका, जो अंगूरसे तैयार अँचवन (हिं• पु०) अचवन था भाचमन देखो। हुआ हो। २ अंगूर जैसा, जिस पर अंगूरी रङ्ग चढ़ा अचवना (हिं. क्रि०) अचवना देखो। रहे । (पु.) ३ हलका हरा रंग। यह नील तथा टेसूके अंचवाना (हिं० क्रि०) पचवाना देखो। फूलसे बनता और कपड़ा रंगने के काम आता है। अंकर (हिं. पु०) १ मुखरोग विशेष, मुंहको एक अंगेजना (हिं.क्रि.) १ अपने ऊपर रख लेना। बीमारो। इससे मुंहमें कांटे पड़ जाते हैं। २ अक्षर, २ मानना। हफ। ३ मन्त्र, जादू। अंगठा (हि पु०) अंगीठो देखो। अंच्या (हिं० पु०) इच्छा, चाह, खाहिश । अंगठी, अंगीठी देखो। अंज (हिं० पु०) कमल, पद्म। Vol. 1. 3