पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 1.djvu/८

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अंगरखा-अंगरेजी अंगड़ खंगड़-(हि० वि० ) टूटा फूटा। गिरा पड़ा अंगरखेको छकलिया कहते हैं। इसमें छः कलियां बचा खुचा। रहती हैं और चार बंध रहते हैं। बगलके बन्द अंगड़ाई-(हि. स्त्री०) देह टूटना । आलस्यसै जम्हाई भौतरको ओर बाँधे जाते हैं, यह दोनों बगलके बन्दों लेते हुए शरीरको अपरको ओर खींचते हुए फैलाना वाला पल्ला भौतरको ओर चला जाता । और ऊपर सोकर उठने और जुर आनेके पहिले अगराई आने एक पल्ला रहता है जिसका बन्द सामने की ओर बाँधा लगती है। जाता है । बालाबर अंगरखमें चार कलियाँ रहती हैं अंगण-(सं० अङ्गण) अङ्गमा देखो। और छः बन्द लगाये जाते हैं। इसमें भी बगलके बन्दका अंगति-(सं० अङ्गति) अङ्गति देखो। पल्ला नीचे चला जाता है और सामनेका पल्ला छातीपर अंगत्राण-(स० अङ्गत्राण) अङ्गबाण देखो। से गाल होता हुआ बाई ओरके बगलमें ऊपरसे बन्द अंगद-(स० अङ्गन्द) अजाद देखो। हारा बाँध दिया जाता है। इसमें एक बन्द पल्लेको अंगदाना-(सं० अङ्गदान ) अङ्गदान देखो। खिसकनेसे रोकनेके लिये सामने की ओर भी बाधा अंगदोया-(सं० अङ्गदौया) अङ्गन्दीया देखो। जाता है। अंगहार-(स० अङ्गहार) अङ्गान्दार देखो। अंगरस-(सं० अङ्गरस) अङ्गारस देखी। अंगधार-(स० अङ्गधारी) अङ्गधारी देखो। अंगरा-(सं० अङ्गार) अङ्गार देखी । अंगन (सअङ्गण) अङ्कन देखो। अंगरात-(सं० अङ्गराग) अङ्गराग देखो। अँगना-(हि. पु०) अांगन । अंगराज-(सं० अङ्गराज) अङ्गाराज देखो। अंगना-(स० अङ्गना) अजाना देखो। अगरी-(हि. स्त्री० ) कवच । वक्तर। अँगनाई-(हि.) आंगन देखो। अंगरेज-(फरासी Anglais) इंगलैण्ड देशका निवासी। अंगनाप्रिय-(मं० अङ्गनाप्रिय) अङ्गानाप्रिय देखो। अंगरेज़ी-(हि.) अंगरेजोंकी। विलायती। इङ्गलैण्ड अंगनैया-(हि. पु०) आंगन । चौक । देशको। अंगन्यास-(सं० अङ्गन्यास) चङ्गन्याम देखो। अंगरेज़ी-(हि. स्त्री०) अंगरेज़ी भाषा। जिस अंगपाली-(स' अङ्गपाली) अङ्गापाली देखो। भाषामें अंगरेज़ बातें करते हैं। अंगरेज़ी भाषा अंगप्रोक्षण-(स० अङ्गप्रोक्षण) अशाप्रोक्षण देखी। कहनेसे केवल इलैण्डके अधिवासी एङ्गलोंकी भाषा अंगभंग-(सं० अङ्ग-भङ्ग) अङ्गभङ्ग देखो। नहीं समझी जाती। लैटिन, ग्रीक, हिब्रू, केलिक, अंगभंगी (सं० अङ्ग भङ्गो) अङ्गभङ्गी देखो। डेनिश, सैक्सन, फरासी, स्पेनीस, इतालीय, जर्मन, अंगभाव-(सं० अङ्गभाव) अङ्गभाव देखो। संस्कृत, हिन्दुस्थानी, चीनी आदि कितनी ही भाषायें अंगभूत-(सं० अंगभूत ) अङ्गभूत देखो। मिलकर इस भाषाको उत्पत्ति हुई है। इस भाषामें अंगमर्द-(सं० अङ्गमई ) अङ्गमई न देखो। अभी तक नवीन शब्दोंकी सृष्टि हुआ करती है। अंगमहन-(सं० अङ्गमईन) अङ्गमई न देखो। अंगरेज़ी भाषाका इतिहास चार अंशोंमें बांटा अंगरक्षा-(सं० अङ्गरक्षा) अङ्गरक्षा देखो। जा सकता है। पहिला भाग-ऐंग्लो सैक्सन समय अंगरखा-(हि.पु.) अग-शरोर, रखा- रक्षा करने (४४८ से १०६६ ईखोतक) दूसरा-अईसैक्सन समय वाला अङ्गको जो रक्षा करे उसे अंगरखा कहते हैं। (१०६६ से १२५० ईखोतक) तीसरा-प्राचीन तनौदार अङ्गा। चपकन। अँगरखा दोनों घुटनोंके अँगरेज़ी समय (१२५० ईस्वीसे १५५० तक) और नीचे तकका बनता है। इसमें बांधनेके लिये चौथा अंगरेज़ी समय (१५५० से वर्तमान तक) बंध टंके रहते हैं। अँगरखा छः कलिया और इन चारों भागोंको भाषापर ध्यान देनेसे मालूम होगा बालाबर-दो तरहका होता है छः कलीवाले कि ज्यों ज्यों समय पल्टा खाता गया है त्यों त्यों