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पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/१०८

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- अठा, डौंगिया, करोटि-करौला १०६ करोटि (सं० स्त्री० ) क-रुट्-इन् । विरोस्थि, खोपड़ी। करौंजी (हिं०. स्त्री०) १ वष्णनीरक, काला नीरा। करौंट (हिं. स्त्री०) करकट, दाहने या बायें हाथके पाडाव देखो। •करोटिका, करौटि देखो। बल लेटने की हालत। बायौं करौंट लेटनेसे खाना करोटी (म० स्त्री०) करोट गौरादित्वात् डोष् । जल्द इजम होता है। शिरोस्थि, खोपड़ी। करौदा (हिं. पु.) १ करमर्दवच, एक. कंटीला करोड़ ( (हिं० वि०) एक कोटी, एक शत. लक्ष, सौ झाड़। इसके पत्र क्षुद्र रहते और निम्बकके पत्रसे लाख, १०००००००) मिलते हैं। पुष्प यूथिकाकी भांति खेत एवं सुगन्धि करोड़खुख (हिं० वि०) मिथ्यावादी, नगहें और देखने में बहुत सुन्दर जंचते हैं। वर्षा डफोलशहूं। ऋतुमें फल पाते और अम्न होनेसे चटनी. तथा प्रचार करोड़पती (हिं० वि०) कोटि कोटि रुपयेका पधीश, बनानेक काममें लाये :जाते। करौदेसे लाचा निक- करोड़ों रुपये रखनेवाला। लते और फलको रङ्गमें डालते हैं। शाखा छीलनेसे करोड़ी (हिं० पु.) टाधीश, खुजाच्ची, रोकड़िया। लासा प्राप्त होता है। दाक्षिणात्यमें करीदके काष्ठसे करीत (हिं. पु.) करपत्र, बारा । केयमार्जनी पौर खनाका बनायी जाती है। करच देखो। करोलर (सं.पु.) कराणां उत्करः समूहः। १ कर २ गुल्मविशेष, एक झाड़। यह कण्टकाकीर्ण समूह, किरणोंका ढेर। २ गुरुकर, भारी महसूल । रहता..और वनमें उपजता है। फल क्षुद्र एवं मिष्ट करोत्यल (स'• लो०) करपङ्कन, कंवल-जैसा हाथ । होता है। ३,कर्णरोगविशेष, कानकी एक बीमारी। करोदक (सलो०) इस्तत जल, हाथ में रखा या कर्णके निकट जो गिलटी निकल पाती, वही करौंदा पड़ा हुवा पानी। कहलाती है। करोदना, करीना देखी। करौंदिया (हिं० वि०) कृष्ण-रावर्णविशिष्ट, करौं- करोइजन (सं• पु०) कृष्णसर्षप, काला सरसों। देका रङ्ग रखनेवाला। (पु.). २ वर्णविशेष, एक करोध (हिं.) शोध देखो। रगा। यह वर्ण रता रहता, किन्तु उसमें नीलताका करोना (हि.क्रि.) किसी पैनी चीजसे रगड़ना, कुछ अंश झलकता है। यह अब्बासी रङ्गकी तरह खुरचना। एक पाव पहाबके फल, प्राध छटांक: अमचूर और करोनी (हिं. स्त्री०) १ खुरचन, करोचन। .पक आठ माश नील मिलानेसे तैयार होता है। ::::.. दुग्ध वा दधिका जो अंश पात्र में चिपका रहनेसे खुर- करीत..(हिं. पु०) १. करपन, मारा। (स्त्री) चकर उतारा जाता, वही करोनी कहाता है। प्रवा २ उदरी औरत। दानुसार करोनी या करोचन खानेसे बालकोंकी बुद्धि करीता. (हि..पु०.) १: करौत, पारा। २. करेल, मन्द पड़ जाती है। इससे स्त्रियां प्राय: अपने | कचिला मट्टी। :३ करावा, बड़ी योगी; (स्त्री) बालकोंको करोचन नहीं खिलातौं। २. यन्त्र विशेष, ४ उदरी औरत। एक औजार। यह पित्तल वा लौइसे बनती और करौती (हिं. स्त्री०). १:. क्षुद्र करपन, पारी । पक्क दुग्ध वा दधिक पात्रमें चिपके ये अंशको २ करावा, मंझोली शीयौ। ३ शोधकी भट्ठी। खुरचने में चलती है। करीना (हिं. पु०) यन्त्रविशेष, एक पौजार। यह करोर (हिं० वि०) कोटि, करोड़। एक छैनो या कलम है.। .. कसेरे इससे पात्रों पर करीला (हिं. पु.) १ पानविशेष, गड़ वा। २ भन्नुक, रोछ। करौला (हिं. पु.). हांकवाचा, भादमी, जो शख्स करौंछा (हिं.वि.)च्या, माम, सविता। शिकारको प्रक्षा मचा उठाता। Vol. IV. 28 .. कासकार्य बनाते है।