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पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष भाग 4.djvu/३७८

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। कानपुर-कानाड़ा ३०८ दोनों किनारसे गोली चला एकको डुबा दिया। यहांसे इसके उत्तर बम्बई प्रान्सका बेलगांव जिला,. दक्षिण कई लोग कूद फांद विवरामपुर भाग गये थे। सिपा मन्द्राज प्रदेशका मलवार जिला, पूर्व बम्बई प्रान्तका हियोंने वहसि भी ४ भादमी छोड़ सबको पकड़ मार धारवाड़ लिखा, महिसुर राज्य एवं कुर्ग, पश्चिम परव- 'डाला। नौकामें जिसनी स्त्रियां और शिशु थे, सब सागर तथा भारत महासागर और उत्तरपश्चिम कोष सवादाको कोठीमें पाबद्ध किये गये। पौछे जब कान गोया प्रदेश है। प्रेसिडन्धी विभागके समय कानाड़ा पुरक बहिर्देश हाबलकको सीपका प्रथम शब्द सुना, दो भागमें बांटा गया था। उससे उत्तरांश बम्बई तब सिपाहियोंने उक्त सकल स्त्रियों और शिशवोंको प्रेसिडेन्मी और दक्षिांश मन्द्राज प्रेसिडेन्सीक विभागमें पड़ा। टुकड़े टुकड़े उड़ा दिया था। प्रायः दो सौ प्राणी विनष्ट हुये होंगे; जहां यह व्यापार हुवा, वहां मेमो उत्तर कानाड़ा अचा० १३ ५३ एवं १५३२ 'रियल कूप और स्तम्भ बना है। उ० पौर देवा. ७४४ तथा. ७५५ के मध्य १५ वौं जुताईको हाबसकने पातु नदीके तौर अवस्थित है। उसका प्रधान नगर और बन्दर करबर और पवार, युद्धकिया था। उसके दूसरे ही दिन है। उत्तर कानाड़ाके मध्य पश्चिमघाट पर्वतका कानपुर पधिक्कत हो गया। सह्याद्रिखण्ड उत्तरदक्षिण विस्तृत है। उसकी २०वों नवम्बरको ग्वालियर और अवधके विद्रो उच्चता २५०० से ३... फीट तक है। सन्मादि हियोंने आपसमें मिल कानपुर थाक्रमणपूर्वक नगर उभय पाच भूमिको एक दिक् उच्च, पोर अपर दिक् पधिकार किया था। दूसरे दिन. सन्ध्याकाच लार्ड निम्न है। उच्च भूभागका नाम बालाघाट है। परि. क्लाइउने प्रा फिर भाक्रमण किया औरठी दिसम्बर माण प्रायः ३.१० वर्गसौल है। अनेक क्षुट्ट और को विद्रोहियोंको नगरसे भगा उनका तोप रहकता वृहत् नदियों का मुखभाग रहनेसे उपकूल भागशी सद छीन लिया। जनरल वीयालपोसने अकबरपुर, रेखा बहुत छिन मित्र हो गई है। (नदीका रसूलाबाद और डेरापुर उद्दार किया था। १८५८०के मुखप्रशस्त होनेसे ) समुद्रको खाड़ी देशके मध्य दूरतक मई मास कालपी उदार होनेसे कानपुर, शान्ति विस्तृत है। उपकूतके उत्तरपश्चिम कोण करबर स्थापित हुई। अन्तरीप है। समुद्रतीरको भूमि प्राय: वालुकामय है, कानफरेन्स (अ.. स्त्री० Conference) १ समाज, बीच बीच पहाड़ भी हैं। भागे नारियनके पड़से मजलिस। २मन्त्रणा, सलाह। भरा जंगल और उसके भागे प्रशस्त धान्य क्षेत्र है। कानलक (सं० वि०) कमल-बुज । कनल नामक उप निम्नभूमिका विस्तार कहौं १५ मोलसे अधिक व्यक्ति द्वारा निर्मित, कनलका बनाया हुवा। नहीं। फिर कहों कहों वह ५ही मोल पड़ता है। कानष्टे बिल (अ.पु. Constable) दण्डधर, चौकी उसी भूभागके पाखं प्राय:, ३००१४०० फीट उच्च .दार, पुलिसका सिपाही। पुलिसके जमादारको 'हेड पर्वत है। पर्वतमालाके मध्य - हजार फीट ऊंचे कानष्टेबिन' कहते हैं। जंगलसे भरे शिखर भी खड़े हैं। शिखरों में बीच बीच काना (हिं. वि०) १ काण, एक मांखवाला। उत्तम कर्षित धान्यक्षेत्र और उद्यानयोभित अहालिका २ ममि कोटादि द्वारा विदारित, कोड़ा.लगा. हुवा। हैं।. बालाघाटको उयनाज जमीन् २५०० फीट तक ३ वक्र, टेढ़ा, जो बराबर न हो। (पु.) ४ाकारको ऊंची है। : नदीतौरवर्ती कुछ स्थानोंको छोड़ यह मात्रा (1)। यह व्यञ्जनवर्ण में लगता है। जंगलसे भरी और गिरी है। नदीके तौर सामान्य कानाकानी (हिं. स्त्रो..) गुप्तकथन, कानाफूसी। ग्राम और क्षुद्र शस्यक्षेत्र वर्तमान है। कानाटीटी (हिं. सी) णविशेष, एक घास। सह्याद्रिके उभय पाच नदी हैं। सानाड़ा-दाक्षिणात्यके पधिस उपकूलका एक प्रदेश। पश्चिम मुख परद-सागर और कुछ पूर्व मुख. वनोप- .. उनसे कुछ