पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/५१

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खझर-खुण्डावाड बुझर (हिं० पु.) क्षमभेद, पंड़ की एक बड। यह टखमा। खुलक देखा। भूमिके भोतर न चल ऊपर हो अपर चारो पोर फैस खुड़क (हिं. स्त्री० ) म्बटक, खटका। जाती है। ___ खुडमा (हिं • पु. ) चिडियाखाना, मुगियों का दया। खजि-मध्यप्रदेशके रायपुर जिला में दुर्ग तहमीनके खुड़वास (सं० पु. ) वायुरोगभेद, बाईको एक बीमागे। पधीन एक अमोटागे। यह रायपूरमे ३५ कोस दक्षिण खुडवा (हिं० पु. ) घोधी, सर पर सेहरा चौरा करके पथिममें भवस्थित है। प्रक्षा• २९५७ ७० पौर देशा' हामा जानवामा कम्बल या कोई दूसरा कपड़ा । पानी ८.५४३...में है। क्षेत्रफम (परिमाण) ७१ वर्ग- या सदोंमे बचनेके लिये खुडवा मगाया जाता है। मोल है। इममें ३२ ग्राम और ३४५८ घर हैं। खुड्डा (सं० वि.)१क्षुद्र, नाचोज । २व, छोटा । खचाक, खच्चा देवो। १ कनिष्ठ, पिना। खरक(हि.सी.)१खटकने का काम, अपरी तोड़ खडाकपाल (म.लो.) वासरतका एक सेब, फोड़।२ खरका, फिक्र । बाई के खमकी बीमारी पर लगाया जाने वाला एक तेस। खुटकना (हिं. स्त्रो.) उपरिभाग तोड़ना, सिरा कप- खुडडी (हिं. स्त्रो० ) सण्डास, पाखानका गट्ठा। टना । २ खटका होमा, खडखडामा । खुण्टावाड़-बम्बई प्रान्त के भावनगर राज्य का एक खुटना (हिं. क्रि.) १ उदवाटित होना, खुलमा । नगर। यह महुवासे उत्तर-पश्चिम, १३ मीन दूर २ अलग रहनां, साथ छोड़ना। ३ पुरमा, बाकी , पड़ता है। इस स्थानसे एक मीसको दूरी पर चिला. रहना। धार नामकी एक बौर गुहा है। लोग उसको पचोरी खटपमा (हिं. पु. ) सदोषता, एबीपन, बुराई । बाबाकी गुफा करते हैं। किसी सुन्दर दुर्ग का धमा- खटाई (हिं. स्त्री० ) खोटापन, बुराई, ऐछ । वशेष भी यहां विद्यमान है। मालूम होता है कि खटाना (हिं० क्रि०) पुरमा. बाकी मरहना। मसलमानों की प्रमलदारीमें यहां एक थामा भी रहा। खुटिला (हिं० पु.) कर्णासारभेद, करनफूल । दुग के कूपको 'पांच बोबोमो कुवो' कहते हैं। जैनों. खुटिला--युक्त प्रदेशीय फतेहपुर जिलेको खजुहा तहसीख• वैष्णवों पौर स्वामी नारायणके अनुयायियोंके पचे का एक गांव । या . पाई. रेलवेके विंदकीरोड पके मन्टिर बने। खावा पक्के मन्दिर बने हैं। खण्टावाड़ में व्यापार भी बहुत ष्ट शनसे 4.कोस दक्षिण पड़ता है। इसमें कई एक होता है। यह मालन नदीके दक्षिण तट पर पवसित देवमन्दिर बने पौर हिन्दी उर्दू को एक पाठशाला है। इसकी पूर्व पोर पाध मीसको दूरी पर मासन, भी है। रोझशी और सिलियो तीन नदियों का सङ्गम है । इसी खुटेग (हिं. पु.) खदिरवक्ष, खैरका दरखस । सङ्गमका नाम विवेणी है और वहां विल्वर महा नु (हिं.वि.) पृथक् पक्षग। देवका मन्दिर बना है। श्रावण मा समावस्वाबी खुट्टी,(स्त्रिी .)१ कोई मिठाई । या तिल और वहां एक बड़ा मेला लगता है। यहां पाम पौर चीना या गुड मिला कर बनायो जाती है। २ सम्बन्ध 'नारियमको उपज पच्छी। विच्छेद, असादगी। . करत कि चम्पाराजवास भादरोडमै राज्य (स्त्रिी .) खुरड, जखमकी पपड़ी। या शासन करते समय वर भूभाग निर्जन था। उनके जखमका मशद,जो सौ पर जम जाया करता है। ya रहे-हेमगम और गांगायत। सहोंने अपने खुधमेश (हि.पु.) धान्यभेद, किसी किसका मोटा पितासे विवाद करके वहां एक झोपड़ा ना बनाया। धान। उसी समय मांगरोमके भूतपूर्व गवर्नर फतेह खान खुड़ (सं• 'पुं०) बातरारोग, बाईके खमका बीमारी। अपने वापसे बिगड़ यूटमार बितना ही खजाना से खुड़क (सं• पु० ) खुलक समारन उकारः । गुल्फ, अपनी ५ बीवियों के साथ यह पाये। उन्होंने इस Vol VI. 18