पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/२६२

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.२२२ महाराष्ट्र हाथ और रसद, अमावों परलोक सिधारी। इस कंगनः घोडे दो दिनोंफे अन्दर किसी PिATATE प्रफार बार बार पराम्त दोनेसे मगलाने मराठोंके साथ मराठा दोपसे रायगढ़ मुगलोंके हाप चला गया। उR. फरद्द छोड़ दिया और विजापुर तथा गोटफुएला 'यादि के साथ माय छोरा वालफ शाहु अपनी माता gri. का अस्तित्व मिटाने लिपे संकल्प किया। दो तीन के साथ मुगलोफे हाय वन्दी हुमा भएमपानि महो। . पप तक मुगलमेनाको महाराष्ट्र के विरुद्ध कोई कार्रवाई। मुशफिलसे भाग कर अपनी जान बचाई। इसके र फरनेका साहस नहीं हुआ। मूर्ख सम्भाजी म अब एक एक फरके प्रायः समी दुर्गमुगलोंफेदाप गाने काशका यथोयित सदृश्ययहार न करके पुनः व्यसनासक, लगा। १२ ला मुगलसंगाने महाराष्ट्रको गाते घोर.. को गपे। उनकी यिलासिता और अव्ययस्थाफे दोपसे; से घेर लिया। यतीने तो यह ममा, कि महाराष्ट्र रामकीय साली पढ़ गया, राजस्य भी वसूल नहीं होने राज्य अन्य पिलोन हो गया। किन्तु मान भौर पाल लगा। शिवाजीको प्रचलित नियमावली भी उपेक्षित फी नीव पर जो राज्य सरहा था, पर उस पोर संकट होने लगी। इन सब कारणोस देश में अराजकता फैल। कालमें भी नष्ट नहीं हुभा। घर इस दुर्घटना समो . महाराष्ट्र चोरों ने प्रशन पोयर, म्पदेशप्रोति भीर स्पा । १६८७१०में औरङ्गजेबने फिरसे मराठौके साथ युद्ध । रक्षा अपने सदगुणों का अच्छा परिचय दिया। ठान दिया । वाईफे निफ्ट मुगल सरदार सजें खांके सफे याद सम्माजीके छोटे भाई राजाराम म.. साथ जो युद्ध गुमा उसमें सेनापति हम्योरराय एक गोले सिंहासन पर अधिकद दुप। ये पसनारदिन, शालु .. के आयातसे पत्रस्यको प्राप्त हुभा। इस समय पफ दल और परार्यपरायण थे। किन्तु क्षलियानोचित प्रमा मुगलसेना कर्णाटक जोतने के लिये रवाना हुई। सम्भा-ते उनमें विलयुध नहीं था। रायगढ़ दुर्ग गा. जीने भो अपना सैन्यदल यहाँ भेला। युद्धमें मुगलों को जाने पर ये अरमधामकी सलादसे कोटा के माता- हार हुई, फिन्नु थर महाराष्ट्र रक्षाका कोई भी उपाय जिमिदुर्गमें अपनी राजधागो उठा ले गये। मास्य नहीं किया गया। काटकसे प्रधान संगादलफे लौटने- रामचन्द्र पन्त पर विशालगढ़ मार पक्षामा दुर्ग रह कर से पहले मुगल लोग महाराष्ट्र में भारी उधम मचा रहे महाराष्ट्ररक्षाका भार सौंपा गया। मम्मामा भाषा- थे। १७८८६० शेष भाग तक सम्माओं पड़ी घोरतासं, और धनाजी याश्य मामा दो सगापति नि मगल सम्राटगं साथ युद्ध करते रहे। पाछे उनका मन । भोर महाराष्ट्र मध्यभागमें घूम गुम पर मुगलमेमाको . विलासिताको भार मुका। युद्धादिको जो डाट कर : रसद पंद करनेशा भार रहा। राजाराममे Inा ये सद्गमे यर चले गये और यही धामोद प्रमोदमें समय पर नये भएप्रधागको नियांचन किया । भय ये निकासी पितानं लगे। यह सयाद पा कर मुगल सेनापति उन्हें के चलाये हुए निपोय. मनुसार पुल काम करणे . अनायास कैद कर दिलो ले गपे। पहा पादशाहने उन्हें लगे। पर सम्मातो. गारे जाने सपा विमापुर मीर निप्रभाय मरया डाला। इस प्रकार मरहटा लोग गोलपुण्डाफे मस्तिस्य छोप पर मुगल गारवाद भीरत- . मगलाको बार बार परास्त कर भा सुयोग्यताके - जा.भानन्दका पाराम रहा, माले अभायम मुफल साभन कर सफे। 'सेना हो गया। हम दिनुगों पर कामरस भरपा., . . . , पहरा भीर मामी दंगा। | चार करना गुरु कर दिया । ह wिi... स्वाधीनमा प्रिये पुरा महोपरहिम्पदा मर्म गर कर मार दी। महात्मा गयाजा पुवके इस गायनाय परिणाम पर गये। किन्तु वियरोन कमी मनापाव महाराष्ट्र समाजमें ममसनोट गई। उन्होंने समा गई उस संकरको स्थानमा पाजोदो , मग या सरेका शाहलाको जो बहुत पारे , गदा पर बटा , पं. दापो अपना पजामे देव महाराष्ट्रatrint . का मुग गिर गुरुगोपणा कर दी। मांय सगो हो गये! म Eril ORT TRITIE FTTER .