पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२०७

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लाइन के हाथ में माता का प्रसिद्ध सुलहनामा है जिस से ईस्ट इण्डिया कम्पनी को कहने को बङ्गाल की दीवानी और देश के महसूल और सलमानी पाने का अधिकार मिला है एर वास्तव में यह बङ्गाल का मालिक सन लाइव ने बादशाह को २६ लाख रुपया देना अवीकार किया। बङ्गाल का शासन चलाकर के बेटे को झाइव और शाह अालम। दिया गया। उसका काम यह था कि मालगुजारी तहसील करके अङ्गरेजों को दे। ७- इस गीति ले सन् १७६५ ई० में नवाब मीर कासिम की जगह पर अङ्ग्रेज बङ्गाल के हाकिम हो गये। यह बङ्गाल का हाता कहलाता है। इसके पहले लाइव ने फ़रान्सीसियों से