पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२०९

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भद्रास के उत्तर सरकार ले लिया था, जिससे मास हाते की नीय पड़ा। इसी से लार्ड क्लाश्व भारत में अक्षरोजी सामाज्य का पहला यमानेवाला कहलाता है। इल ने मद्रास और बङ्गाल रहे हात दोनों की नींव डाली। -सन् १०६५ ई० में भारत का नशा देखने से तुम जान लोगे कि लाई लाइव मे अगरेजी भारत को कितना बढ़ा दिया था। ४५-वारेन } साइप के सिके घर को फिर मोल लेने की प्रतिमा। --हिन्दुस्थान में साइन के पीछे पारेन हेस्टिङ्गस् सब से प्रसिद्ध अङ्ग्रेज़ था। वह क्लाइव से दो बरस छोटा था। उसने जो काम लाइव ने उठाया था उसने किया लाइव ईस्ट इण्डिया कम्पनी की नौकरी में मद्रास में बाबू होकर आया था उस के छ; बरस पीछे हेस्टिङ्गल बङ्गाल में बाबू होकर आया। २.या की भांति हेस्टिङ्गस् भी एक गरीब आदमी का इङ्गलैण्ड के पश्चिम भाग में एक गाँव डेल्सफोर्ड है। यह गाँव एक नदी के किनारे चला है जो एक "डेल' अर्थात् घाटी में होकर बहती है और पास ही उस पर फ़ोटे अथवा चद्द भी है। इसी कारण गांव का यह नाम पड़ा। यहाँ नारमन राजाओं के समय जो शङ्कलै एड में