पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२४३

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बिलायत के ईस्ट इण्डिया कम्पनी को सब हाल लिखा। वह जानता था कि और सब राज्य बहुत जल्दी अंग्रेज़ी राज्य में मिल जायंगे इस से उस ने लार्ड वेलेजली की चाल चलने की शक्षा मांगी और यह कहा कि सब हिन्दुस्थानी राजाओं की एक ही बार अंग्रेजी सरदार की अधीनता स्वीकार करने का हुक्म दिया जाय, और किसी उपाय से शान्ति नहीं हो सकती। ईस्ट इण्डिया कम्पनी लार्ड हेस्टिङ्ग पर पूरा भरोसा करती थी। वह उसे बुद्धिमान और दूरदर्शक समझती थी। कम्पनी ने अब जाना कि उस का कहना ठीक है और लाड वेलेजली ने भी ठीक ही किया था। इस से उस ने उत्तर दिया कि जो चाहो करो। लार्ड हेस्टिगस्। ३-इसी समय नेपाल के गोरखों ने पश्चिमोत्तर देश पर चढ़ाई की और नागपुर के राजा और पेशवा ने अङ्गरेजों के विरुद्ध हथियार उटाये और होलकर और सेंधिया को लेकर मध्य भारत में अगरेज़ों पर चढ़ आये। ४-लार्ड हेस्टिङ्गस् सब के लिये तयार था! बड़ी अङ्गरेजी सेना ने नेपाल जा कर गोरखों को हराया।