पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/९४

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२४---सुराल बादशाह।

 १-सम् १२०६ ई० से सन १५०२ तक लगभग तीन सौ

बरस तक तुर्की और पठान बादशाह हिन्दुस्थान में राज करते थे। उन के पीछे एक और वंश ने राज किया जो भुगल कहलाता था। मुसलमान बादशाहों में मुग़ल धराने के सब से बड़े बादशाह हुए। इन्हों ने उत्तर भारत में दो सौ बरस राज किया। इस घराने में पन्द्रह बादशाह हुए, इन में पहिले छः बड़े बादशाह थे; और नाम मात्र के बादशाह थे और उनका अधिकार भी बहुत कम था।

 २–पहिले छः मुगल बादशाह कई देशों पर राज करते

थे। इसी से वह सम्राट् कहलाते थे। वह यूरोप में ग्रेट या बड़े मुग़ल के नाम से प्रसिद्ध थे। वह बड़े बादशाह थे और संसार के बहुत बड़े बादशाहों में उनकी गिनती है। उस समय के हिन्दू दूसरे देशों का हाल बहुत कम जानते थे और समझते थे कि उन का पहिला बादशाह बाहर मङ्गोलिया से जो एक छोटा सा देश एशिया के मध्य में है आया था। वह वास्तव में तुर्किस्तान से आया था जो मङ्गोलिया के पश्चिम के पझिम एक देश है। मुग़ल सम्राटों को इसलिये तुर्की सम्राट् कहना चाहिये पर यह सदा से मुग़ल ही सम्राट् कहे जाते हैं इसी से किताबों में भी यही लिखा है। बाबर ने मुग़ल राज की नीव सन् १२५६ ई० में डाली थी।